नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के 'रोजगार बजट' का इरादा अगले पांच वर्षों में 20 लाख नए रोजगार पैदा करने का है। दिल्ली के वित्त मंत्री और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने नौकरियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए विधानसभा में 8वां वार्षिक बजट दिया।
2022-23 के लिए अनुमानित बजट अनुमान 75,800 करोड़ रुपये है, जो 2021-22 के लिए 69,000 करोड़ रुपये के बजट अनुमान से 9.86 प्रतिशत अधिक है और संशोधित अनुमानों की तुलना में 13.13 प्रतिशत अधिक है।
सिसोदिया के मुताबिक, सरकार ने पिछले सात वर्षों में स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और सरकारी मंत्रालयों में नौकरियां पैदा की हैं। कोविड के परिणामस्वरूप तदर्थ आधार पर 25,000 शिक्षकों की तैनाती हुई, साथ ही निजी क्षेत्र में 10 लाख व्यक्तियों को रोजगार मिला।
आज, हम 'रोजगार बजट' पेश कर रहे हैं, जो आर्थिक विकास को बढ़ावा देने का इरादा रखता है। हम 'रोजगार बजट' के साथ अगले पांच वर्षों में 5 लाख और नौकरियां पैदा करना चाहते हैं। मैं दिल्ली की अर्थव्यवस्था को सही रास्ते पर लाने और उस प्रगति के परिणामस्वरूप हजारों नौकरियों का सृजन करने की योजना बनाऊंगा" सिसोदिया ने कहा। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में 1.78 लाख से अधिक युवाओं को पिछले सात वर्षों में काम मिला है।
20 लाख नौकरियां देने का वादा.., मनीष सिसोदिया ने पेश किया दिल्ली का 'रोज़गार' बजट
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