नई दिल्ली: इस समय कोरोना वायरस का कहर बहुत अधिक दिखाई दे रहा है। हर तरफ इस वायरस का प्रकोप देखने के लिए मिल रहा है। ऐसे में दिल्ली में सबसे अधिक असर देखने के लिए मिल रहा है। अब इसी बीच दिल्ली सरकार ने गैर जरूरी सेवाओं से जुड़े अपने 50 फीसदी कर्मचारियों के लिए वर्क-होम (डब्ल्यूएफएच) आदेश जारी कर दिए हैं। जी हाँ, और इसी के साथ ही निजी प्रतिष्ठानों को समय और कर्मचारियों की संख्या में सामंजस्य बिठाने के लिए भी कह दिया है।
बीते शनिवार को एक आदेश जारी हुआ है जिसमे यह कहा गया है कि "सभी सरकारी कार्यालय ग्रेड 1 / सम स्तर के अधिकारियों की 100 प्रतिशत उपस्थिति होगी। शेष कर्मचारी 31 दिसंबर तक या अगले आदेश तक आवश्यकता के अनुसार 50 प्रतिशत तक ही कार्यालय में उपस्थित होंगे। निजी कार्यालयों को समय कम करने और कर्मचारियों की उपस्थिति को एडजेस्ट करने की सलाह दी जाती है।"
DDMA has decided to reduce number of Govt employees attending office at the same time,it has been decided that in respect of officials lower than Grade 1, only 50% of the strength shall attend office. Private offices are also advised to stagger timings & presence of staff. pic.twitter.com/s03biEyvJs
— Kailash Gahlot (@kgahlot) November 28, 2020
इसके अलावा आदेश में यह भी कहा गया है कि, 'दिल्ली सरकार के कार्यालय, स्वायत्त निकाय, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, निगम, स्थानीय निकाय ग्रेड-वन स्तर या उससे ऊपर के अधिकारियों का ऑफिस आना जरूरी रखा गया है।' इसके अलावा प्राइवेट ऑफिस में जहां तक संभव हो, घर से काम करने की सलाह दी जा रही है। दिल्ली के राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने इस बारे में एक ट्वीट किया है जिसमे उन्होंने कहा है, "डीडीएमए ने एक ही समय में कार्यालय में उपस्थित सरकारी कर्मचारियों की संख्या को कम करने का निर्णय लिया है, यह अधिकारियों के संबंध में निर्णय लिया गया है।" ग्रेड 1 से कम, केवल 50 प्रतिशत ताकत कार्यालय में भाग लेगी।"
आज करेंगे पीएम मोदी मन की बात, कोरोना वैक्सीन पर कर सकते है खुलासा
वाजिद के निधन के बाद पत्नी का परिवार पर आरोप, कही ये चौंकाने वाली बात
शेखर सुमन ने फिर उठाई सुशांत के लिए आवाज, बोले- 'भूल गए हैं'