नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में आज सोमवार को मुख्यमंत्री से लेकर विधायकों तक के वेतन-भत्ते में बढ़ोतरी को लेकर संशोधन विधेयक पास हो गया है। अमूमन, सभी मुद्दों पर एक दूसरे के खिलाफ खड़े रहने वाले आम आदमी पार्टी (AAP) और भाजपा के MLA इस मुद्दे पर एकसाथ खड़े नजर आए। चर्चा में शामिल सभी सदस्यों ने दिल्ली के विधायकों के वेतन को बेहद कम बताते हुए इसमें वृद्धि का समर्थन किया। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने इसके लिए करदाताओं को भी धन्यवाद दिया।
दिल्ली विधानसभा ने सोमवार को अपने सदस्यों के वेतन एवं भत्ते में 66 फीसद से ज्यादा की बढ़ोतरी से संबंधित बिल सर्वसम्मति से पारित कर दिए। मंत्रियों, विधायकों, मुख्य सचेतक, विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और विपक्ष के नेता के वेतन में वृद्धि से जुड़े पांच अलग-अलग विधेयक सदन में पेश किए गए और सदस्यों ने उन्हें पास किया। सदस्यों का कहना था कि उनका वेतन बढ़ती महंगाई और विधायकों द्वारा किये जाने वाले कार्यों के अनुरूप होना चाहिए।
बिल को स्वीकृति मिलने के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली विधानसभा में आज विधायकों, मंत्रियों, स्पीकर और नेता विपक्ष के वेतन में वृद्धि का बिल पारित हो गया है। प्रस्ताव के मुताबिक, मुख्यमंत्री और मंत्रियों, स्पीकर, डिप्टी स्पीकर, चीफ व्हिप और विपक्ष के नेता को फिलहाल 72,000 रुपए वेतन हर महीने मिलता है, जो अब बढ़कर 170,000 हो जाएगा। वहीं विधायकों का वेतन 54,000 से बढ़कर 90,000 हो जाएगा।
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