नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता ही जा रहा है. आये दिन इसका स्तर खतरे के निशान के और करीब पहुँचता जा रहा है. इसे लेकर अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने भी अपनी चुप्पी तोड़ दी है . सीएम केजरीवाल ने इस प्रदूषण के लिए पडोशी राज्यों को जिम्मेदार ठहराते हुए अपना ग़ुस्सा प्रकट किया है.
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इस प्रदूषण के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पडोसी राज्यों की सरकारों को जिम्मेदार बताते हुए कहा है कि इन राज्यों की सरकारों ने किसानो द्वारा जलाई जाने वाली पराली को लेकर लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाये है. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने हाल ही में एक बयान देते हुए कहा है कि दिल्ली सरकार द्वारा हर साल बार-बार पराली जलाने की वजह से होने वाले प्रदूषण का मुद्दा उठाये जाने के बावजूद पंजाब सरकार, हरियाणा सरकार और केंद्र सरकार ने इसके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए है. उन्होंने यह भी कहा है कि अगर पडोसी राज्य इस मुद्दे पर जल्द ही कोई ठोस कदम न उठाये तो दिल्ली आने वाले समय में एक "गैस चैंबर" बन सकती है.
आपको बता दें कि दिल्ली में हर साल अक्टूबर से नवंबर महीनों के दौरान ही सबसे ज्यादा वायु प्रदुषण देखा जाता है. इस प्रदुषण की सबसे बड़ी वजह है इन दो महीनों में हरियाणा और पंजाब के किसानों द्वारा बड़ी मात्रा में पराली जलाया जाना. देश के मौसम विभाग के मुताबिक जैसे जैसे दिल्ली में ठण्ड बढ़ेगी, इसके साथ साथ ही दिल्ली में प्रदुषण का खतरा भी बढ़ता जाएगा. इसके साथ ही नवम्बर में दिवाली के दौरान फोड़े जाने वाले फटाके भी इस प्रदर्शन को और बढ़ा सकते है.
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