नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली स्थित लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर वुमन की एक छात्रा ने 3 नवंबर को ख़ुदकुशी कर ली थी. बताया जा रहा है कि मार्च से छात्रा को स्कॉलरशिप नहीं दी गई थी. तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले की रहने वाली छात्रा 12 वीं कक्षा की परीक्षा में राज्य में टॉपर थी. छात्रा उच्च शिक्षा प्राप्त कर सके इसके लिए उसके अभिभावकों ने घर को गिरवी रख दिया था.
गणित की छात्रा ऐश्वर्या ने ख़ुदकुशी से पहले एक सुसाइड नोट लिखा है. सुसाइड नोट के अनुसार, ऐश्वर्या का परिवार उसकी शिक्षा का व्यय नहीं उठा सकता था. नोट में उसने लिखा कि वह अपने परिवार पर बोझ नहीं बनना चाहती है और बगैर शिक्षा के भी जीना नहीं चाहती. छात्रा द्वारा आर्थिक समस्या में इस तरह का कदम उठाए जाने के बाद कई जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनकारी छात्रा के लिए इन्साफ की मांग करते हुए इसे 'संस्थागत हत्या' बता रहे हैं.
स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) का कहना है कि ऐश्वर्या विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार से INSPIRE छात्रवृत्ति हासिल कर रही थीं. हालांकि, छात्रवृत्ति में मार्च माह से ही देरी हो रही थी, जिसकी वजह से उसने इस तरह का कदम उठाया है. उन्होंने बताया कि छात्रा ने पहले ही कहा था कि उसके पास इंटरनेट कनेक्शन नहीं है और न ही लैपटॉप है, इसलिए वो ऑनलाइन कक्षा में नहीं बैठ पा रही है. लैपटॉप और इंटरनेट न होने की वजह से छात्रा के पास अध्ययन सामग्री मौजूद नहीं थी, जिसके कारण वो बेहद परेशान थी.
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