भोपाल : विदेश में नौकरी के लिए जाने वाले कई लोगों के लिए राहत की खबर यह है कि अब उन्हें अपने दस्तावेजों का प्रमाणीकरण करवाने के लिए अब दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा. प्रदेश की राजधानी भोपाल में बनने वाले विदेश भवन में ही यह सभी काम हो जाएंगे. इसके लिए हरी झंडी मिल गई है. जल्द ही विदेश मंत्रालय के सभी दफ्तर एक ही छत के नीचे आ जाने से विदेश जाने वालों को सहूलियत हो जाएगी .
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश से ब़़डी संख्या में युवा विदेशों में नौकरी और उच्च शिक्षा के लिए जाते हैं. विदेश यात्रा से पूर्व उन्हें अपने दस्तोवेजों पर विदेश मंत्रालय से 'अटेसटेशन एंड एप्पोस्टाइल' [ प्रमाणीकरण ] कराना अनिवार्य होता है. इसके बिना कहीं भी नौकरी नहीं मिल सकती . इस अनिवार्य औपचारिकता के लिए पहले संबंधित व्यक्ति को दिल्ली के चक्कर लगाना प़़डते थे .लेकिन अब भोपाल में विदेश भवन बनने के बाद यह सुविधा यहीं मिलने लगेगी. इसके लिए अब दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा.
इस बारे में भोपाल के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी मनोज कुमार राय ने बताया कि मध्यप्रदेश में हर साल डे़ढ लाख से अधिक लोग पासपोर्ट बनवाते हैं.जो दूसरे देशों में रोजगार के लिए जाते हैं.उच्च शिक्षा के लिए जाने वालों की संख्या भी हजारों में है. सबसे ज्यादा पासपोर्ट बनवाने वाले इंदौर अंचल से ही आते हैं. पासपोर्ट बनवाने वालों की संख्या हर साल औसतन 20 फीसदी ब़़ढ रही है. भोपाल में विदेश भवन बनने के बाद ऐसे लोगों को दस्तावेजों पर 'अटेशटेशन एंड एप्पोस्टाइल' की सुविधा यहीं मिलनी शुरू हो जाएगी.भोपाल में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद [आईसीसीआर] का रीजनल आफिस भी कार्यरत है, जो बाणगंगा से विदेश भवन में शिफ्ट हो जाएगा. वीजा संबंधी प्रारंभिक जानकारी भी विदेश भवन से ही मिलने लगेंगी.
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