नई दिल्ली: बड़े बुज़ुर्ग कह गए हैं कि, दुनिया में हर मर्ज़ की दवा है लेकिन शक की कोई दवा नहीं. शक वो बीमारी है जो पहले तो इंसान के दिमाग में राई के दाने बराबर पनपती है, लेकिन बाद में विकराल रूप लेकर उस इंसान का समूची चेतना को ही नष्ट कर देती है, ऐसा ही एक हादसा हुआ दिल्ली के रोहिल्लापुर गांव में जहां शक की गिरफ्त में आकर फतेहपुर के रहने वाले विजयशंकर ने अपने पड़ोसी जयमंगल की कुल्हाड़ी मारकर निर्मम हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया.
दरअसल नोएडा एक्सप्रेस-वे थाना क्षेत्र सेक्टर-132 के गांव रोहिल्लापुर में उस वक्त मातम छा गया, जब आरोपी विजयशंकर ने अपनी पत्नी के अवैध सम्बन्ध के शक में पडोस में रहने वाले जयमंगल पर कुल्हाड़ी से प्रहार कर निर्मम तरीके से हत्या कर दी. सुचना मिलते ही पुलिस मौका-ए-वारदात पर पहुंची और जयमंगल के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. पुलिस ने जयमंगल के भाई की शिकायत पर विजयशंकर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है.
पुलिस अधिकारीयों के अनुसार, 28 वर्षीय जयमंगल मूलरूप से बस्ती का रहने वाला था, वह दिल्ली में एक कंपनी में काम करता था और पिछले डेढ़ साल से विजयशंकर के बगल वाले घर में रह रह था. जबकि मूलरूप से फतेहपुर का रहने वाला विजयशंकर, अपनी बीवी और चार बच्चों के साथ यहां रहकर मजदूरी करता है. स्थानीय लोगों ने बताया कि, विजयशंकर एक शंकालु प्रवृत्ति का इंसान था और शक के कारण वो अपनी पत्नी से भी मारपीट करता था.
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