नई दिल्ली: दिल्ली में नवंबर की शुरुआत में सर्दियों का असर कम नजर आ रहा है, और रात-रात में तापमान सामान्य से ज्यादा बना हुआ है। आमतौर पर इस समय ठंड महसूस होती है, लेकिन इस बार सफदरजंग बेस स्टेशन पर न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, जो सामान्य से 3-5 डिग्री ज्यादा है। वहीं, पीतमपुरा में न्यूनतम तापमान 21.1 डिग्री तक पहुंच गया, जो औसत से 7 डिग्री ज्यादा है। मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली में ठंड का असर महसूस करने के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।
अगले 10 दिनों तक दिल्ली के मौसम में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है, और नवंबर के दौरान बारिश भी कम ही होती है। हालांकि, उत्तरी पहाड़ी इलाकों में हल्की मौसमी गतिविधि हो सकती है, लेकिन कोई मजबूत पश्चिमी विक्षोभ मैदानों के मौसम को प्रभावित करने के लिए नहीं है। तापमान में मामूली बदलाव आ सकते हैं, लेकिन ठंड की कमी बनी रहेगी। देश के दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जिसके कारण 12 नवंबर तक तमिलनाडु और श्रीलंका के तट पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। वहीं, एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय की तरफ बढ़ने की उम्मीद है।
पिछले 24 घंटों में अंडमान और निकोबार में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ इलाकों में भारी वर्षा दर्ज की गई। तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भी हल्की से मध्यम बारिश हुई। बाकी देश में मौसम शुष्क बना रहा। दिल्ली और एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) अभी भी बहुत खराब स्थिति में है, और सुधार की उम्मीद नहीं है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली का औसत AQI 274 पर है, जबकि कुछ इलाकों में यह 400 के पार पहुंच गया है। पिछले हफ्ते भी यह 400 के ऊपर पहुंचा था, जिससे दिल्ली की हवा बेहद प्रदूषित बनी हुई है।
छत्तीसगढ़ में अवैध धर्मान्तरण पर बवाल, हिरासत में लिए गए 10 लोग
भूत-प्रेत का डर दिखाकर महिलाओं का यौन शोषण करता था रफ़ीक अली, हुआ गिरफ्तार
मणिपुर में सुरक्षाबलों का बड़ा एक्शन, 11 कुकी उग्रवादियों को किया ढेर