नई दिल्ली: दिल्ली की हवा निरंतर चौथे दिन “गंभीर” श्रेणी में बनी हुई है, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दैनिक बुलेटिन के मुताबिक रविवार सांय 4 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 402 पर पहुंच चुका है. पिछले 24 घंटे में दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI ) 405 था. साथ ही NCR के शहर फरीदाबाद में भी हवा गंभीर स्तर पर बनी हुई थी. सोमवार से हवा की तेजी बढ़ने से आने वाले दिनों में सुधार के प्रभाव हैं, हालांकि अगले 24 घंटे में हवा गंभीर से बहुत खराब श्रेणी में पहुंच चुकी है. इस वजह से वायु प्रदूषण बढ़ने से हालात और खराब होने वाले है.
जहां रिपोर्ट्स का कहना है कि पिछले 24 घंटे में पंजाब में 19, हरियाणा में 28 व उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 257 जगह पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं. इससे उत्पन्न होने वाले PM 2.5 की दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण में न के बराबर भागेदारी रही. हवा में PM10 का स्तर साढ़े तीन गुना यानी 350 व PM2.5 का स्तर सवा तीन गुना यानी 211 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर रिकॉर्ड किया जा चुका है.
अब तक मिली जानकारी के अनुसार दो दिन तक हवा की तेजी बढ़ने से प्रदूषण में गिरावट देखने को मिल सकती है. हालांकि, यह राहत सिर्फ 2 दिन के लिए ही है. एक दिसंबर से पारा लुढ़कने और हवा की तेजी कम होने पर प्रदूषण बढ़ सकता है. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि 30 अक्टूबर से लेकर 3 नवंबर तक 12565 पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की जा चुकी है . इससे प्रदूषण में पराली के धुएं की भागेदारी सिर्फ 8 प्रतिशत रही, जबकि स्थानीय स्तर पर होने वाला प्रदूषण 69 फीसदी रहा.
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