कूरपुर और आसपास के क्षेत्रों में कोहरे की परत छा गई है, क्योंकि QI गिरकर 346 पर पहुंच गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक 'बहुत खराब' श्रेणी में रख दिया है। वहीं, यमुना नदी पर जहरीला झाग तैरता देखा गया, क्योंकि नदी में प्रदूषण का स्तर निरंतर उच्च बना हुआ है।
कूरपुर के स्थानीय निवासी खुशाल चौधरी ने इस बारें में बोला है कि, "मैं एक कॉलेज छात्र हूं और मुझे सुबह जल्दी अपने कॉलेज के लिए निकलना पड़ जाता है। बढ़ते प्रदूषण की वजह से मुझे सांस लेने में कठिनाई महसूस होने लगी है। दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन हमने अभी भी बहुत कुछ देखा है। कल पटाखे भी फोड़े जा रहे है। इसका मतलब है कि सरकार इस प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कुछ नहीं कर रही है।''
इंडिया गेट और आसपास के क्षेत्रों में कोहरे की परत छा गई, क्योंकि Qi गिरकर 309 पर पहुंच गया। जिसे 'बहुत खराब' श्रेणी में रख दिया गया है। SAFAR-India के मुताबिक, QI 307 के साथ 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गया है, जिससे अक्षरधाम मंदिर और आसपास के क्षेत्रों में कोहरा अब भी बना हुआ है।
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