नई दिल्ली: दिल्ली के मोहित सहरावत ने कंधे की चोट लगने के बाद भी शनिवार को यहां राष्ट्रीय खेलों की पुरूषों की 81 किग्रा जूडो स्पर्धा में गोल्ड मेडल पर कब्जा कर लिया है। मोहित का दाहिना कंधा अपनी जगह से हिल गया था लेकिन उन्होंने और चोट से बचने के बजाय मुकाबला खेलने का निर्णय कर लिया। फिर उन्होंने दोनों सेमीफाइनल के उपरांत फाइनल मुकाबले में जीत को अपने नाम कर लिया।
बता दें कि इस वर्ष के शुरू में लखनऊ में सीनियर राष्ट्रीय खिताब जीतने वाले मोहित का कंधा पंजाब के सरबजीत सिंह के विरुद्ध क्वार्टर फाइनल के मध्य में ही उतर चुका था। दिल्ली के जूडोका ने बोला है कि उनका अगला लक्ष्य अगले साल एशियाई खेलों में स्थान बनाना पड़ेगा। इस बारें में मोहित ने आगे बोला है कि इंडिया जूडो खिलाडिय़ों ने अंतरराष्ट्रीय सर्किट पर अच्छा करना शुरू कर दिया है। हमने इस वर्ष राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीते थे। मेरे लिए अब लक्ष्य अगले वर्ष एशियाई खेलों में खेलना है।
अन्य मुकाबलों में लाल हुमहिमी ने मिजोरम को खेलों का पहला गोल्ड मेडल भी दिलवाया है। उन्होंने 52 किग्रा महिला वर्ग के फाइनल में दिल्ली के पिंकी बलहारा को मात दी है। मध्य प्रदेश की यामिनी मौर्या ने महिला 57 किग्रा वर्ग के फाइनल में हरियाणा की सावित्री को जबकि हरियाणा के विशाल रूही ने पुरूषों के 73 किग्रा वर्ग में अपने ही राज्य के जतिन को करारी मात दे दी है।
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