नई दिल्ली: राष्ट्रिय राजधानी दिल्ली के एक बड़े व्यवसायी के घर में बेटी की शादी से ठीक पहले एक पत्र आया। कोई व्यक्ति वो खत लेकर आया तथा व्यवसायी के बंगले पर तैनात गार्ड को देकर चला गया। इसके साथ ही उसे हिदायत भी दी कि खत अपने मालिक को जल्द से जल्द पहुंचा देना। तत्पश्चात, वो शख्स तेजी के साथ वहां से चला गया। गार्ड ने खत को तुरंत अपने मालिक तक पहुंचाया। जैसे ही व्यवसायी ने वो चिट्ठी खोली उनके होश उड़ गए। चलिए आपको बताते हैं ये पूरी कहानी। यही वो दिन था, जब एक अनजान व्यक्ति साउध दिल्ली के एक बड़े कारोबारी के बंगले पर पहुंचा तथा वहां तैनात गनमैन को खत सौंपते हुए कहा कि इस पत्र को अपने मालिक तक अवश्य पहुंचा देना। इससे पहले वो गनमैन कुछ समझ पाता वो व्यक्ति वहां से निकल गया। वो इतनी जल्दी में था, जैसे कोई उसके पीछे पड़ा हो। खैर गनमैन ने बिना देर किए वो खत बंगले में मौजूद कारोबारी तक पहुंचा दिया।
कारोबारी ने उस पत्र को खोला तथा ध्यान से पढ़ा तो उनके होश फाख्ता हो गए। उनके चेहरे पर हवाईयां उड़ने लगी। उनकी आंखों में खौफ साफ देखा जा सकता था। कारोबारी समझ नहीं पा रहा था कि आखिर उसके साथ ये क्या हो गया। दरअसल, 28 अक्टूबर को उस कारोबारी की बेटी की शादी थी। उस पत्र में शादी का भी जिक्र था। वास्तव में वो खत कोई आम खत नहीं था, बल्कि उस खत में कारोबारी को धमकी दी गई थी कि यदि उसने अपराधी को 10 लाख रुपये नहीं दिए तो उनकी बेटी की शादी को मातम में बदल दिया जाएगा। अपराधी ने धमकी भरे में पत्र में लिखा था कि उसे पैसे देने की सहमति के तौर पर वो घर की चारदीवारी पर 'हां' लिख दे। जिसका मतलब था कि वो पैसे देने के लिए तैयार है।
वही शुरुआत में कारोबारी के परिवार ने इस बारे में किसी को नहीं बताया। मगर बाद में उन्होंने अपने रिश्तेदारों से सलाह ली तथा स्थानीय पुलिस से संपर्क किया। सीआर पार्क पुलिस थाने के स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) ने इस मामले को गंभीरता से लिया तथा उनके नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। जिसे इस मामले को सुलझाने का काम सौंपा गया। सबसे पहले पुलिस ने कारोबारी के बंगले पर जाकर छानबीन की। तथा उनके गनमैन यानी सुरक्षा गार्ड का बयान दर्ज किया। तत्पश्चात, सबसे अहम काम था क्षेत्र में लगे तमाम CCTV कैमरों की फुटेज को स्कैन करना। तो पुलिस ने दूसरा सबसे अहम काम ये किया कि उस क्षेत्र में लगे सभी CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली। इसी के चलते पुलिस को एक बड़ा सुराग मिला। दरअसल, जो अपराधी गन मैन को खत देने के लिए आया था, वो एक मोटरसाइकिल पर सवार था। वो मोटरसाइकिल और उसका नंबर CCTV कैमरे में कैद हो गया था। लिहाजा पुलिस ने सबसे पहले आरोपी की मोटरसाइकिल को ट्रेस किया।
पुलिस ने बाइक का रजिस्ट्रेशन नंबर तलाश किया तथा फिर पुलिस एक अपराधी तक जा पहुंची। तथा उसकी निशानदेही पर पुलिस ने इस पूरे मामले के 34 वर्षीय मास्टरमाइंड को भी गिरफ्तार कर लिया। इस प्रकार से कुछ ही घंटों के अंदर पुलिस टीम इस मामले को सुलझाने में सफल रही। पुलिस ने बताया, अपराधियों की पहचान दक्षिणी दिल्ली के संगम विहार निवासी पुष्पेंद्र कुमार और दीपक के रूप में हुई। असल में कारोबारी की बेटी की शादी को मातम में बदलने की धमकी देकर 10 लाख रुपये की मांग करने वाला पुष्पेंद्र कोई और नहीं बल्कि कारोबारी का पुराना ड्राइवर था। जिसे कुछ समय पहले ही काम से निकाल दिया गया था। एक पुलिस अफसर ने बताया, 'कुछ दिन पहले पुष्पेंद्र कुमार को कारोबारी ने ड्राइवर के रूप में काम पर रखा था। मगर उनके परिवार को उसका काम पसंद नहीं था, इसलिए उसे नौकरी से निकाल दिया गया था।
पुलिस ने बताया, काम से निकाले जाने पर पुष्पेंद्र कुमार बेहद गुस्से में था। इसी के चलते उसने उस कारोबारी से बदला लेने का फैसला कर लिया। उसने अपने पड़ोसी दीपक के साथ मिलकर इस पुरे षड्यंत्र को अंजाम तक पहुंचाया। दीपक पेशे से प्लंबर है तथा वो पुष्पेंद्र के पड़ोस में ही रहता है। अब दोनों अपराधियों से पुलिस पूछताछ कर रही है।
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