जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि डेल्टा कोविड संस्करण और भी तेजी से बढ़ता जा रहा है, इतना ही नहीं इस वेरिएंट का असर अब दुनियाभर के 185 देशों में देखने को मिल रहा है, "डेल्टा वेरिएंट के इस कहर के लिए अब तक 90 प्रतिशत लोग जिम्मेदार है। जी हां लोगों की दिनों दिन बढ़ती जा रही लापरवाही और भीड़भाड़ से कारण कोरोना अपना विकराल रूप लेता जा रहा है, जिसकी वजह से आगे और भी परेशानी बढ़ सकती है।
कोविड -19 पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की तकनीकी प्रमुख सुश्री मारिया वान केरखोव के अनुसार "वर्तमान में अल्फा, बीटा और गामा में से प्रत्येक का एक प्रतिशत से भी कम प्रसार देखने को मिला है। यह वास्तव में दुनिया भर में मुख्य रूप से बेहद ही खतरनाक है।" हर दिन बढ़ते जा रहे इस वेरिएंट के कारण कई लोग इसका शिकार भी होते जा रहे है।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने एटा (81 देशों में पाया गया), इओटा (कम से कम 49 देशों में पहचाना गया) और कप्पा (57 देशों में फैला) के वर्गीकरण को संशोधित किया है, जो कि ब्याज के वेरिएंट (वीओआई) से निगरानी के तहत वेरिएंट के कारण है। दुनिया भर में घटनाओं में भारी गिरावट। WHO ने कहा, "VOIs Eta (B.1.525), Iota (B.1.526) और Kappa (B.1.617.1) को 'पूर्व VOI' के रूप में पुनर्वर्गीकृत किया गया है। अब इनका मूल्यांकन निगरानी के तहत वेरिएंट के रूप में किया जाएगा।"
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