नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी अदालत मंगलवार को पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद भड़की हिंसा की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) के गठन की मांग वाली याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट इन आरोपों पर भी गौर करेगी कि राज्य सरकार की मिलीभगत है और इन घटनाओं की अनदेखी की गई है।
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर बदले की भावना से हत्या करने का आरोप लगाया है। वहीं, ममता बनर्जी की अगुवाई वाली TMC ने कहा है कि भाजपा सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें फैला रही है। भाजपा ने उत्तर 24 परगना जिले के अमदंगा विधानसभा क्षेत्र, बांकुरा जिले के कोतुलपुर और मालदा जिले के मोथाबाड़ी क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं के शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की और टीएमसी पर उनकी हत्या करने का आरोप लगाया। घटनाओं की पुलिस जांच के परिणामस्वरूप यह निष्कर्ष निकला कि ये मौतें या तो आत्महत्या से हुई थीं या दुर्घटनावश डूबने के कारण हुई थीं।
TMC विधायक और पार्टी प्रवक्ता तापस रॉय ने कहा था कि, “फर्जी खबर फैलाना, तस्वीरों से छेड़छाड़ करना और संपादित वीडियो भाजपा की एक पुरानी प्रथा है। यहां तक कि जब कोई कर्ज में डूबा किसान खुसकुशी कर लेता है या एक आदमी असफल चक्कर के बाद अपनी जान दे देता है, तो भाजपा को सनसनी पैदा करने का मौका दिखाई देता है।”
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