नई दिल्ली : नोटबंदी के कारण विशेषकर निजी कंपनियों के कर्मचारियों की नौकरी खतरे में पड़ गई है। जानकारी के अनुसार कई कंपनियों ने न केवल अधिकांश कर्मचारियों को हटाने का आदेश दिया है वहीं कुछ एक कंपनियों ने अपने आधे से अधिक कर्मचारियों को जबरन छुट्टी पर भेजा है।
ऐसा ही एक उदाहरण सामने आया है विश्व की प्रसिद्ध काॅन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर कंपनी फाॅक्सकाॅन के रूप में। बताया गया है कि इस कंपनी में आठ हजार से अधिक कर्मचारी काम करते है लेकिन नोटबंदी का ऐसा विपरित असर हुआ है कि कंपनी ने एक चौथाई कर्मचारियों को जबरन दो सप्ताह के अवकाश पर तो भेजा ही वहीं 1700 कर्मचारियों को घर बैठा दिया। कर्मचारियों की छंटनी के अलावा कंपनी का उत्पादन भी घटने की कगार पर पहुंच गया।
बताया जाता है कि कार्बन, इंटेक्स और लावा जैसी मोबाइल कंपनियों की बिक्री भी बहुत कम हो गई है। गौरतलब है कि मोदी सरकार ने बीते दिनों पांच सौ और एक हजार के नोटो को चलन से बाहर कर दिया था।