डेंगू बुखार एक वायरल संक्रमण है जो एडीज मच्छर द्वारा फैलता है, जो स्थिर पानी में पनपता है। मानसून के मौसम में घरों और आस-पास पानी जमा होने के कारण डेंगू का खतरा बढ़ जाता है। स्थिर पानी वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को डेंगू होने का खतरा अधिक होता है।
डेंगू के शुरुआती लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द, जी मिचलाना और चकत्ते शामिल हैं। हालांकि, डेंगू के सबसे परेशान करने वाले लक्षणों में से एक गंभीर खुजली है, जो असहनीय हो सकती है और दैनिक जीवन को बाधित कर सकती है। खुजली प्लेटलेट काउंट में तेजी से गिरावट के कारण होती है, जिससे कमजोरी और थकान होती है।
कुछ मामलों में खुजली इतनी गंभीर हो सकती है कि इसे संभालना मुश्किल हो जाता है और मरीज़ रात में सो नहीं पाते हैं। खुजली ठीक होने का संकेत हो सकती है, लेकिन यह अन्य अंतर्निहित स्थितियों का लक्षण भी हो सकता है।
खुजली को नियंत्रित करने के लिए, विटामिन सी का सेवन बढ़ाकर प्रतिरक्षा को बढ़ावा देना आवश्यक है। पोषक तत्वों से भरपूर आहार भी खुजली की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। डेंगू से उबरने के लिए पर्याप्त आराम बहुत ज़रूरी है, क्योंकि यह कमज़ोरी और थकान को कम करने में मदद करता है, जो खुजली की समस्या को बढ़ा सकता है।
अगर आपको संदेह है कि आपकी प्लेटलेट काउंट कम हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना ज़रूरी है। उचित उपचार और देखभाल से डेंगू के लक्षणों को नियंत्रित करना और संक्रमण से उबरना संभव है।
निष्कर्ष रूप में, डेंगू बुखार एक गंभीर संक्रमण है जिस पर ध्यान और देखभाल की आवश्यकता होती है। डेंगू के कारणों और लक्षणों को समझकर, हम संक्रमण के प्रसार को रोकने और इसके लक्षणों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए कदम उठा सकते हैं।"
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