हिमाचल स्कूल प्रवक्ता संघ के प्रदेश अध्यक्ष केसर सिंह ठाकुर ने बोर्ड परीक्षाओं के लिए गठित उड़नदस्तों में पटवारियों और लिपिकों को नियुक्त करने की निंदा की जा रही है। ऐसा कहा कि ऐसे निर्णयों से शिक्षकों के सम्मान को नीचा करने का प्रयास किया जा रहा है। संघ के चेयरमैन विनोद बनयाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप शर्मा, संजीव ठाकुर, मुख्य संगठन सचिव राजेश सैनी, राज्य प्रेस सचिव प्रेम शर्मा,|
इसके अलावा वित्त सचिव धीरज व्यास, उपाध्यक्ष विकास रत्तन, सह सचिव देवेंद्र कुमार, जिला चंबा अध्यक्ष दीप सिंह खन्ना, शिमला अध्यक्ष लोकेंद्र नेगी, हमीरपुर अध्यक्ष तेज सिंह, कांगड़ा अध्यक्ष संजीव भरवाल, ऊना अध्यक्ष संजीव पराशर, मंडी अध्यक्ष रंगीला, बिलासपुर अध्यक्ष नरेश ठाकुर और सिरमौर के अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर ने कहा कि शिक्षा बोर्ड ने नकल रोकने के लिए तीन स्तरीय उड़नदस्तों का गठन किया गया है।
पहले उड़नदस्ते में बोर्ड के अधिकारी, दूसरे में शिक्षा उपनिदेशक तथा तीसरे उड़नदस्ते में उपमंडल दंडाधिकारी मौजूद हैं। इसके साथ ही उपमंडल स्तर पर उड़नदस्तों का गठन उपमंडल अधिकारियों ने किया है। इसमें विभिन्न वर्गों के शिक्षक शामिल किए हैं, परन्तु चंबा के उपमंडल सलुणी में उपमंडल अधिकारी ने उड़नदस्ते में पटवारी, कानूनगो तथा लिपिकों को शामिल किया है। इसके साथ ही संघ ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और बोर्ड अध्यक्ष से मामले में हस्तक्षेप कर जिला उपायुक्त चंबा से इसे फैसले को वापस लेने की है। उधर, पीजीटी संघ के प्रदेश अध्यक्ष चितरंजन कालटा ने भी इस फैसले का विरोध किया है।
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