पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी इन दिनों कई लोगों के निशाने पर हैं। उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है और अब उन पर लगे आरोपों का विवाद बढ़ता ही चला जा रहा है। इस समय मेवालाल को हटाने तक के बारे में मांग की जा रही है। RJD मेवालाल को निशाने पर लेने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है वहीं डिप्टी सीएम रेणु देवी उनका बचाव कर रही हैं। हाल ही में डिप्टी सीएम रेणु देवी ने कहा कि सिर्फ चार्ज लग जाने से कोई दोषी नहीं हो जाता है।
मेवालाल जी अच्छे और सुलझे हुए नेता हैं। उन्होंने एक वेबसाइट से बातचीत में कहा, 'सत्ता पक्ष और विपक्ष को एक सिक्के का दो पहलू बताया। विपक्ष को काम करने की आदत ही नहीं है।' वैसे हम आपको यह भी बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते बुधवार को ही मंत्री मेवालाल चौधरी को तलब किया था। क्या है मामला- साल 2017 में मेवालाल चौधरी पर भागलपुर के सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहते हुए नौकरी में भारी घपलेबाजी करने का आरोप है।
उस दौरान उन पर यह आरोप लगाया गया था कि कुलपति रहते हुए उन्होंने 161 असिस्टेंट प्रोफेसर की गलत तरीके से बहाली की। वहीं इस मामले में उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। उस दौरान बिहार के तत्कालीन राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने मेवालाल चौधरी के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे। जांच होने के बाद मेवालाल चौधरी के खिलाफ लगे आरोपों को सही पाया गया था। इसी बात को जानने के बाद आरजेडी ने मेवालाल को कई बार कटघरे में घेरा था।
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