मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ बड़ा कदम उठाने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को रखने के लिए मुंबई में एक अच्छा डिटेंशन सेंटर बनाया जाएगा, क्योंकि उन्हें सीधे जेलों में नहीं रखा जा सकता है।
फडणवीस ने कहा कि, "हाल के दिनों में हमने देखा है कि ड्रग मामलों, अवैध प्रवेश मामलों, अवैध बांग्लादेशियों में, वे सभी विदेशी नागरिक हैं और उन्हें सीधे हमारी जेलों में नहीं रखा जा सकता है। उन्हें डिटेंशन कैंप में रखा जाना चाहिए, इसलिए BMC ने हमें डिटेंशन कैंप बनाने के लिए जमीन दी है। लेकिन वह जमीन डिटेंशन कैंप के मानदंडों के अनुरूप नहीं है। इसलिए हमने BMC से दूसरी जमीन मांगी है और इससे मुंबई में एक अच्छा डिटेंशन सेंटर बनाया जाएगा।"
उल्लेखनीय है कि, आर्थिक रूप से संपन्न होने के कारण, महाराष्ट्र में अवैध बांग्लादेशियों की संख्या काफी मानी जाती है, जो स्थानीय मुस्लिमों की आड़ लेकर चिप जाते हैं। ठाणे पुलिस के मानव तस्करी विरोधी सेल ने शुक्रवार को ही कल्याण में अवैध रूप से रह रहे एक बांग्लादेशी जोड़े को गिरफ्तार किया था। ठाणे पुलिस ने बताया था कि, सबुज सनोवर शेख और बिष्टी सबुज शेख नामक युगल ने अवैध रूप से भारत-बांग्लादेश सीमा पार की।
गुरुवार को इलाके में पुलिस द्वारा की गई छापेमारी के दौरान उन्हें गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि ठाणे पुलिस की अपराध शाखा ने युगल पर पासपोर्ट अधिनियम और विदेशी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है । पुलिस ने बताया कि मकान मालिक मुस्तफा मुंशी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है, जिसने यह जानते हुए भी कि पति-पत्नी दोनों अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर चुके हैं, उन्हें अपना घर किराए पर दिया था। इसी तरह स्थानीय मुस्लिम समुदाय के लोग, इन घुसपैठियों की मदद करते पाए जाते हैं, अगर यही लोग अवैध घुसपैठियों की सूचना पुलिस को देने लगें, तो ये समस्या बेहद जल्दी हल हो सकती है।