लखनऊ: सावन के माह में काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ के बढ़ते दबाव का साइड इफेक्ट भी दिखना आरम्भ हो गया है। इसी के चलते मंदिर के गर्भगृह में अब मारपीट तक की नौबत आ पहुंची है। शनिवार की शाम कुछ ऐसा ही दृश्य काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में देखने को मिला जब मंदिर के सेवादार एवं दर्शनार्थी आपस में भिड़ गए। किसी प्रकार मामला शांत हुआ, किन्तु मंदिर के सेवादारों ने पुलिस के असहयोग की शिकायत मुख्य कार्यपालक अफसर से की तो वही दर्शनार्थियों ने अपने साथ हुई मारपीट की शिकायत संबंधित थाने में की।
शनिवार शाम काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में सप्तर्षि आरती का वक़्त हो रहा था। गर्भगृह को बंद कराया जा रहा था कि उसी वक़्त दो दर्शनार्थी गर्भगृह में प्रवेश को लेकर एवं दर्शन करने की जिद पर सेवादारों से उलझ गए। इतना ही नहीं मंदिर के सेवादारों एवं दर्शनार्थियों के बीच गर्भगृह के अंदर ही मारपीट भी आरम्भ हो गई।
वही बड़ी कठिनाई से दोनों दर्शनार्थी गर्भगृह के बाहर निकले। यह सारा वाकया वहां लगे CCTV कैमरे में भी कैद हो गया। इस मामले के बारे में सेवादारों ने मंदिर के सीईओ सुनील वर्मा को चिट्ठी लिखकर घटना से अवगत कराया तथा पुलिस द्वारा सहयोग न करने की भी शिकायत की। तो वहीं भक्तों की तरफ से भी संबंधित चौक थाने में 4 सेवादारों एवं मंदिर के पीआरओ के खिलाफ तहरीर दी गई। वाराणसी के कृष्णानंद गुप्ता ने इस मामले में 5 व्यक्तियों के खिलाफ चौक थाने में तहरीर दी है। इसमें तपन, शिवानंद पांडेय, राजू, तम्मी एवं पीआरओ अखिलेश के नाम सम्मिलित हैं। अभी कुछ दिनों पहले ही दर्शन पूजन कराने को लेकर पुलिस और मंदिर के कर्मचारियों में विवाद हुआ था। तत्पश्चात, मंदिर के कर्मचारी मंदिर के चौक क्षेत्र में धरने पर भी बैठ गए थे।
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