वैसे तो किसी भी मंदिर मज़्जिद में शराब का ले जाना मना ही होता है। लेकिन एक ऐसी मजार है जहाँ शराब चढाने से मन की इच्छा पूरी होती है। यहां ऐसा करने से संतान का सुख भी मिलता है।
ये मजार है पंजाब के मजीठा से पांच किलोमीटर दूर गांव भोमा में यहां एक पूल के नजदीक बाबा रोडे शाह की समाधि है। यह काम करने वाले सेवक का कहना है कि बाबा रोडे शाह जी गांव धीमान (दमोदर) जिला गुरदासपुर से ताल्लुक रखते थे। हर साल मार्च के महीने में विशाल मेला लगता है। जहां लाखो भक्त लोग आते है।
यहां की ये मान्यता है कि यहाँ पर शराब का लंगर लगाने से मन्नत पूरी होती है और इस मेले में लोग लगभग 2 लाख लीटर शराब चढ़ाते हैं। इसके बाद इसे प्रसद के रूप में भक्तों को भी दी जाती है। इसमें सिर्फ पुरुष ही नहीं बल्कि महिलाएं भी हिस्सा लेती हैं। यानि शराब का प्रसाद महिलाएं भी लेती हैं और पीती भी हैं।
आपको बता दे कि इस मेले में भक्तों के घर में बनी देसी, अंग्रेजी व विदेशी शराब की कुछ बूंदे बाबा जी की समाध पर रखे गए एक बर्तन में डालते हैं। उसके बाद ये लोगन में बाँट दी जाती है।