कोच्ची: केरल के सबरीमाला मंदिर में इस वक़्त श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। भक्तों को 18-18 घंटे तक दर्शन के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ रही है, जिससे मंदिर के आसपास निराशा और अराजकता फैल गई। काफी समय तक इंतजार करने की वजह से कई तीर्थयात्री बैरिकेड् से कूद गए, जिसस सीढ़ियों के पास भीड़ अनियंत्रित हो गई। मंदिर में अव्यवस्था को लेकर मंगलवार (12 दिसंबर) को संसद परिसर में केरल के कांग्रेस सांसदों ने केरल की वामपंथी सरकार विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि, कांग्रेस और केरल की सत्ताधारी CPIM दोनों विपक्षी गठबंधन INDIA की सदस्य हैं।
हालाँकि, केरल से आने वाले कांग्रेस के ज्यादातर नेताओं ने दिल्ली में संसद परिसर में मौजूद गांधी प्रतिमा के सामने खड़े होकर नारेबाजी की। उन्होंने केरल के सीएम पिनाराई विजयन को आड़े हाथों लिया। हालांकि केरल से सांसद राहुल गांधी और शशि थरूर जैसे नेता इस मुद्दे पर कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में नज़र नहीं आए, शायद वे INDIA गठबंधन के कारण केरल सरकार के खिलाफ बोलना नहीं चाहते थे।
एक बच्चा अपने पिता को ढूंढने के लिए मदद मांग रहा है.
— Adv Upendra Pathak (@pathakupenndra) December 12, 2023
सबरीमाला में खराब प्रबंधन और बुनियादी व्यवस्थाओं की कमी साफ़ नजर आ रही है
ये विडियो दिखा रहा की केरल शास अपनी नाकामी छुपाने के लिए आप को चुप करा देगी मदद के नाम पर कुछ नहीं
क्योंकि आप बहुसंख्यक है खुद की सुरक्षा खुद करो। pic.twitter.com/jEnxJpPHok
इससे पहले रविवार को त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड (TDB) ने दर्शन का वक़्त एक घंटे बढ़ाने का निर्णय लिया था। वहीं, केरल विधानसभा में विपक्ष (कांग्रेस) के नेता वी डी सतीशन ने आरोप लगाया कि, सबरीमाला में भक्तों के लिए सुविधाएं अपर्याप्त हैं और तीर्थयात्रियों को दर्शन के लिए 15 से 20 घंटे तक प्रतीक्षा करना पड़ता है। उन्होंने दावा किया कि भक्तों को पानी भी नहीं दिया जा रहा है। हालाँकि, ये भी दिलचस्प है कि, केरल के कांग्रेस सांसद राज्य में नहीं, बल्कि दिल्ली में आकर संसद परिसर में केरल सरकार को घेर रहे हैं, जबकि दोनों INDIA गठबंधन के सदस्य हैं, वहीं, राहुल गांधी, शशि थरूर जैसे बड़े कांग्रेस नेता इससे दूर रहे।
भारतीय सरकारें टैक्स पेयर्स के पैसों से हज यात्रियों को तो यात्रा सब्सिडी से लेकर हज हाउस तक सभी सुविधाएं मुहैया कराती है लेकिन हिंदू तीर्थ यात्रियों को पीने का पानी तक नहीं दिया जाता
— हम लोग We The People ???????? (@ajaychauhan41) December 13, 2023
सबरीमाला में हिंदू तीर्थयात्रियों के साथ गंदगी जैसा व्यवहार किया गया। उनकी दुर्दशा से परेशान… pic.twitter.com/egvqhfydmF
बता दें कि, पहाड़ी की चोटी पर स्थित मंदिर की वार्षिक 41 दिवसीय मंडलम-मकरविलक्कु तीर्थयात्रा 16 नवंबर को आरम्भ हुई है, जो कि शुभ मलयालम महीने वृश्चिकम का प्रथम दिन है। सभी श्रद्धालुओं के लिए एक सुरक्षित और सुचारू तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के लिए केरल सरकार ने भीड़ को प्रबंधित करने के लिए एक गतिशील कतार-नियंत्रण प्रणाली आरम्भ की है। लेकिन, जमीन पर बदइंतज़ामी की तस्वीरें देखने को मिल रहीं हैं, जिसके चलते केरल सरकार निशाने पर है।
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