देवास: जब से भारत में नोटबंदी का एक अहम फैंसला लिया गया है। पूरे भारत में उथल-फुथल मच गई है। ऐसे में आम जनता से लेकर पूरे बैंक स्टाफ पर शामत आ गई है। और इतना ही नहीं बैंक नोट प्रेसों में 24 घंटे नोटों की छपाई का काम जारी है। यहां का पूरा स्टाफ 24 घंटे काम कर रहा है। इसका मतलब यही है कि सामान्य दिनों की भांति यहां हफ्ते भर का काम एक दिन में किया जा रहा है।
मप्र के देवास स्थित बैंक नोट प्रेस में 100 एवं 500 के नए नोटों की छपाई 24 घंटे हो रही है। नोट बंदी के बाद सबसे पहले 500 का नया नोट देवास प्रेस से भोपाल पहुंचा उसके बाद देश के अन्य शहरों में पहुंचाया गया। भारत मे चार जगहों पर बैंक नोट प्रेस स्थित है। जिसमें मप्र का देवास, मैसूर, नासिक महाराष्ट्र और सालबोनी प. बंगाल में नोट छापे जाते हैं। और खास बात यह है कि इस समय चारों जगह में से सबसे ज्यादा देवास में ही नोटों की छापाई जारी है। प्रेस में नोट छपाई का काम प्रभावित न हो इसके लिए स्टेयरिंग लंच व्यवस्था लागू की है जिससे कर्मचारी लंच के दौरान भी काम करते हैं। इससे मशीन कभी बंद नहीं होती। अफसर भी फुल टाइम कारखाने में ही समय दे रहे हैं।
बैंक नोट प्रेस में रविवार के दिन अवकाश रहता है लेकिन फिलहाल स्थिति को देखते हुए सारे अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं। बैंक नोट प्रेस के महाप्रबंधक एमसी वैलप्पा का कहना है कि देवास प्रेस अच्छा काम कर रही है। बिना किसी परेशानी के 24 घंटे नोट छप रहे हैं। अभी तक दिल्ली, चंडीगढ़, गुवाहाटी, कोलकाता, बेंगलुरू, कानपुर, भोपाल रिजर्व बैंक को नोट भेजे जा चुके हैं।
नोटों की इतनी ज्यादा छापाई की जा रही है उसके बावजूद नोटों का आज भी भारी संकट है और इसी कमी को पूरा करने के लिए दूर दराज इलाकों में हवाई जहाज से इस कमी को दूर करने की पूरी कोशिश की जा रही है। बैंक नोट प्रेस के सहायक प्रबंधक संजय भावसार के अनुसार पहला कंसाइनमेंट 1 नवंबर को भोपाल भेजा गया था। इसके बाद से 13 नवंबर से वायुसेना के हवाई जहाज से रिजर्व बैंक की कई शाखाओं में नोट भेजना शुरू किया गया। रोजाना चार कंटेनर नोट इंदौर भेजे जा रहे हैं। मंगलवार को भी नए नोट गुवाहाटी भेजे गए।