टीम इंडिया के वनडे और टी20 टीम के कप्तान कैप्टेन कूल महेंद्र सिंह धोनी से भला प्रेरित नहीं होगा। एक करिश्माई क्रिकेटर और असाधारण लीडर के तौर पर पहचाने जाने वाले धोनी अगर अपने गृह राज्य की टीम के साथ मिलते हैं तो इस टीम के खिलाड़ियों पर कितना सकारात्मक प्रभाव पड़ता है इस बात पर तो झारखंड ने सेमीफाइनल में पहुंच कर मुहर लगा ही दी है.
खबर आ रही है कि धोनी झारखंड के खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए नागपुर में होने वाले रणजी सेमीफाइनल मैच को देखने जा सकते हैं.अगर ऐसा होता है तो यह उनकी टीम पर बहुत ही पॉजिटिव असर डालेगा। टेस्ट मैच से संन्यास लेने के बाद धोनी खुद को फिट रख्नने और प्रैक्टिस के लिए इस टीम के साथ जुड़े रहते है. धोनी कई बार इस टीम के साथ अभ्यास करते हुए और खिलाडियों को टिप्स देते हुए देखे गए.
महाराष्ट्र के खिलाफ यहां करनैल सिंह स्टेडियम में अक्तूबर में हुए झारखंड के रणजी ट्राफी के शुरूआती मैच से पहले भी वह नेट पर पहुंचे थे। उन्होंने अगस्त में बुची बाबू निमंत्रण टूर्नामेंट के मौके पर चेन्नई में टीम के साथ समय बिताया था। आशा करते हैं कि जिस तरह धोनी ने इंडिया को दोनों प्रारूप के वर्ल्ड कप जिताये उसी तरह उनकी यह टीम भी इस बार इतिहास बनाकर रणजी ट्रॉफी को अपने नाम करे.