अब तक हिरे की परिभाषा सबसे ठोस पदार्थ के रूप में मौजूद है जो सही भी है, मगर अब अमेरिका में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के वेज्ञानिकों ने पहली बार पता किया है कि यदि हीरे को कुछ विशेष तरीके से विकसित किये जाने पर उसे रबड़ की तरह खींचा और मरोड़ा जा सकता है. वैज्ञानिकों ने बताया कि इसे सुई के समान बहुत ही छोटे आकार में विकसित किया जाए तो इसे रबड़ की तरह खींचा और मोड़ा भी जा सकता है. इसके बाद वह दुबारा अपने पुराने आकार में लौट आएगा.
अमेरिका में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के वेज्ञानिकों का कहना है कि हीरे के प्रयोग से कई उपकरण बनाए जा सकते हैं. कैंसर ग्रस्त कोशिका तक दवा पहुंचाने के लिये एक संभावित बायोकॉम्पेटिबल वाहक के तौर पर हीरा कारगर भूमिका निभा सकता है और यह जीवित कोशिका को नुकसान भी नहीं पहुंचायेगा.
इस शोध के अनुसार हीरे की पतली सुइयों को क्षति पहुंचाये बिना नौ प्रतिशत तक खींचा व मोड़ा जा सकता है. इन सुइयों का आकार टूथब्रश के रबड़ के बने तारों के सिरों जैसा होता है. विज्ञान के इस चमत्कार को लोग सलाम कर रहे है वही ये एक आश्चर्यजनक बात भी है जो काईन लोगों के यकीन से परे भी है.
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