बाजार में आज हर तरह के फ़ोन उपलब्ध है पर कुछ फीचर्स एंड्राइड और आईओएस डिवाइसेज में यूनिक होते है. शुरुआती दिनों में स्मार्टफोन को देखकर एंड्राइड और आईओएस में साफ अंतर नजर आ जाता था. पर अब स्थितियां बदली है. अब दोनों मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम्स ने एक-दूसरे से फीचर्स लिए है. तो जानते है ऐसे ही कुछ खास फीचर्स के बारे में...
स्पॉटलाइट
सर्चिंग की बात आती है, तो गूगल मास्टर ऑपरेटर साबित होता है, लेकिन आश्चर्य है कि एप्पल का आईओएस वाइड स्पॉटलाइट सर्च एंड्राइड की हर चीज़ से बेहतर है. एप्पल के पास 'यूनिवर्सल सर्च' का पेटेंट है.
स्मार्ट अनलॉक
हर व्यक्ति स्मार्टफोन को सुरक्षित बनाना चाहता है. इसके लिए लॉक स्क्रीन पिन कोड या फिंगरप्रिंट लॉक का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन कई बार आप सोचते है कि स्मार्ट अनलॉक की सुविधा मिल जाए तो काम और भी आसान हो जाए. इस मामले में आप एंड्राइड डिवाइसेज को बेहतर मान सकते है.
लॉन्चर एप
आप एंड्राइड डिवाइसेज पर इंटरफ़ेस को कस्टमाइज कर सकते है. यह सब लॉन्चर्स की मदद से संभव है. हालांकि आईओएस यूजर्स ऐसा नहीं कर सकते है.
कन्ट्यूनिटी
आपको एप्पल ने डिवाइसेज और प्लेटफार्म के बीच में एक क्लोज इंटीग्रेशन स्पष्ट नजर आता है जो गूगल में दिखाई नहीं देता है
डिफ़ॉल्ट एप
आईफोन को लॉन्च हुए 10 साल हो गए है, पर अब भी यूजर्स लिंक्स को सफारी के अलावा किसी अन्य ब्राउज़र में ओपन नहीं कर सकते है. इसी तरह आपको बाई डिफ़ॉल्ट इमेल्स को मेल में और पिक्चर्स को फोटोज में ही ओपन करना पड़ेगा. एंड्राइड में ऐसा नहीं है. यहां आप अपने डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र, एसएमएस क्लाइंट या किसी अन्य चीज़ को आसानी से बदल सकते है.
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