लखनऊ। एक ओर भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री और केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने मुसलमानों से आहवान किया है कि वे भी भारतीय जनता पार्टी के साथ आऐं तो दूसरी ओर राज्य में विधानसभा चुनाव के दौरान मुस्लिम प्रत्याशियों के तौर पर नेताओं को टिकट न देने को लेकर पार्टी में दो अलग अलग मत हैं और इस मामले में नेताओं के बीच वैचारिक मतभेद भी उभरा है। जहां पार्टी के वरिष्ठ नेता व सांसद विनय कटियार ने कहा है कि पार्टी उन लोगों को टिकट देती है जो कि चुनाव में जीत सकते हैं उन्होंने कहा कि अयोध्या में मुसलमान प्रत्याशी जीत नहीं सकता।
ऐसे में वहां मुस्लिम प्रत्याशी नहीं खड़ा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में शिक्षा रोजगार राम मंदिर के बिना सबकुछ बेकार है और वे राम मंदिर निर्माण पर जोर देने के साथ कहते हैं कि मंदिर बनकर रहेगा। दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमें मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देना था मगर योग्य उम्मीदवार नहीं मिला।
उन्होंने कहा कि पार्टी अधिक से अधिक महिलाओं को भी प्रत्याशी के तौर पर टिकट देना चाहती थी। दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि भाजपा को मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देना चाहिए था पार्टी मुस्लिमों को टिकट देने में असफल रही। इस तरह से पार्टी के वरिष्ठ और केंद्रीय नेताओं में ही टिकट वितरण को लेकर मतभिन्नता सामने आई। जिसे लेकर काफी चर्चा रही।
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