सेनाओं में होते हैं अलग-अलग सैल्यूट
थल सेना (Army) : इंडियन आर्मी में सैल्यूट करते समय पूरी खुली हथेली को सामने की तरफ रखा जाता है और उंगलियां और अंगूठा चिपके हुए होते हैं. बीच वाली उंगकी या तो टोपी के बैंड को या ऑयब्रोज़ को छूती हुई होनी चाहिए. इस तरह किये गए सैल्यूट से पता चलता है कि सैल्यूट करने वाले की ना तो नियत बूरी है और ना ही उसने कोई हथियार छिपा रखा है.
नौसेना (Navy) : भारतीय नौसेना के सैल्यूट में पूरी हथेली ज़मीन की तरफ होती है. कहा जाता है कि इसका कारण यह है कि पहले नाविकों के हाथ तेल और ग्रीस के कारण गंदे हो जाते थे. गंदे हथेली से सैल्यूट करना ठीक नहीं लगता था, इसिलए अपने हाथ छुपाने के लिए इस प्रकार से सैल्यूट किया जाने लगा.
वायुसेना (Airforce) : इंडियन एयरफोर्स ने सन 2006 में अपने सैल्यूट के तरीके में बदलाव किये हैं. वायुसैनिक सैल्यूट करते वक़्त हथेली को 45 डिग्री का कोण बना कर ज़मीन की तरफ झुका कर रखते थे. औरफोर्से का सैल्यूट इस तरह इशारा करता है जैसे उड़ान भरते वक़्त हवाई जहाज़ का इशारा किया जाता है. पहले वायु सेना का सैल्यूट थल सेना (आर्मी) जैसा ही था.
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