बंगलुरु : कहा जाता है कि सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं. कमोबेश इन्हीं हालातों से डीआईजी जेल रूपा को गुजरना पड़ रहा है, क्योंकि उन्होंने बंगलुरु की जेल में एआईएडीएमके प्रमुख शशिकला को मिल रहे वीवीआईपी ट्रीटमेंट और उनके ठाट बाट की वास्तविक रिपोर्ट का खुलासा किया था. कर्नाटक सरकार ने उनके इस काम से 'खुश' होकर 'इनाम' के तौर पर उनका तबादला कर दिया है. बता दें कि डीआईजी रूपा को उनके सख्त रवैये के लिए जाना जाता है.
गौरतलब है कि पिछले दिनों खुलासा हुआ था कि बेंगलुरु की सेंट्रल जेल में बंद एआईएडीएमके प्रमुख शशिकला को वीवीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है. खबरों के अनुसार शशिकला के लिए जेल में एक अलग किचन की व्यवस्था की गई है. डीआईजी रूपा ने अपने बॉस को दी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि शशिकला को खास सुविधाएं मिल रही हैं, इसमें खाना बनाने के लिए स्पेशल किचन भी शामिल है. यह भी सुनने में आया कि यह सब सुविधाएं पाने के लिए शशिकला ने अधिकारियों को रिश्वत के तौर पर दो करोड़ रुपए दिए हैं. रूपा ने शशिकला संबंधी की रिपोर्ट डीजीपी जेल सत्यनारायण राव को ही सौंपी थी.
बताया जा रहा है कि DIG रूपा के साथ ही जेल डीजी सत्यनारायण राव का भी तबादला कर दिया गया है.हालाँकि डीजी सत्यनारायण ने कहा कि यदि डीआईजी ने जेल के अंदर ऐसा कुछ देखा था तो इसकी चर्चा उन्हें करनी चाहिए थी. यदि उन्हें लगता है कि मैंने कुछ किया तो मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं. वहीं डीआईजी रूपा केतबादले पर कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने कहा कि ये काफी चौंकाने वाला फैसला है. लगता है कि सरकार कुछ छुपा रही है.
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