भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह मंडला में आयोजित भारत जोड़ो आंदोलन के आंचलिक सम्मलेन में सम्मिलित हुए। यहां उन्होंने कहा कि इसका मकसद सिर्फ एक ही है कि 'नफरत छोड़ो भारत जोड़ो'। राहुल गांधी ने जो भारत जोड़ो अभियान चलाया, उसे गांव-गांव तक पहुंचाने की आवश्यकता है। देश में विभिन्न जातियां और संप्रदाय हैं। इन सबमें हमें प्रेम एवं सद्भाव कायम रखना है। उन्होंने राज्य की भाजपा सरकार पर आदिवासियों की अनदेखी का आरोप भी लगाया।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा ने आदिवासियों के हित का कोई काम नहीं किया। कांग्रेस नेता ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान का स्वागत किया जिसमें उन्होंने बोला था कि पीओके भारत का हिस्सा रहा है तथा वहां के लोग भारत में सम्मिलित होना चाहते हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा, यदि ऐसा होता है तो बहुत अच्छा है। जवाहरलाल नेहरू ने तो पूरे कश्मीर को सम्मिलित किया था। उधर, शिवपुरी के राकेश गुप्ता के कांग्रेस में सम्मिलित होने पर उन्होंने कहा कि वो मूल रूप से कांग्रेसी थे। सिंधिया जी उनको भड़का कर ले गए थे। अब सब समझ रहे हैं कि सिंधिया जी का उतना प्रभाव भाजपा में नहीं है जो कांग्रेस में हुआ करता था।
उन्होंने मंडला में प्रस्तावित चुटका परियोजना के विरोध की भी बात कही। इसके साथ ही भोपाल में चल रहे पोस्टर वार पर कहा कि ये बड़ी गंदी हरकत है। हम इसे पसंद नहीं करते। दिग्विजय सिंह के साथ उनकी पत्नी अमृता राव भी दिखाई दी। उन्होंने मंच से नीचे उतरकर एक महिला को मंच पर ले गईं तथा उससे समस्या सुनी। इस के चलते महिला से कांग्रेस की सरकार आने पर उसकी समस्या दूर करने की बात कही। यहां दिग्विजय सिंह एवं उनकी पत्नी आदिवासी लोक नृतक दल के साल सेला करते भी दिखाई दिए।
'भाजपा में जल्द वापस लौटेगी नूपुर शर्मा..', ओवैसी के दावे से हड़कंप, बोले- जिसने हमारे रसूल...
चुनावी तैयारी कहां तक पहुंची, जेपी नड्डा ने प्रदेश के बड़े नेताओं से लिया फीडबैक
'मराठी मानुस के साथ हो रही नाइंसाफी..', राज ठाकरे ने सीएम शिंदे को लिखा पत्र