भोपाल: कांग्रेस में गुटबाजी पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि जो पार्टी के नेतृत्व से असंतुष्ट हैं, उन्हें उचित मंच पर अपनी बात रखनी चाहिए थी. उन्हें चिट्ठी लिखने की आवश्यकता नहीं थी. जब उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को चुनौती नहीं दी, तो आखिर वो कहना क्या चाहते हैं इसको लेकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. मैं नहीं मानता कि जो अपनी समस्या रखना चाहते हैं, उन्हें सोनिया गांधी या राहुल गांधी वक़्त नहीं देते.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी अगर अध्यक्ष पद से हटना चाहती हैं तो राहुल गांधी को मनाएं या फिर प्रियंका गांधी को यह पद देना चाहिए. वो पहले भी इस्तीफे की पेशकश कर चुकी हैं. दिग्विजय सिंह ने कहा कि नेहरू-गांधी परिवार ही कांग्रेस को जोड़े रखने की ताकत है और पार्टी अध्यक्ष गांधी परिवार से ही होना चाहिए. मनमोहन सिंह की तरह यदि कोई पद किसी दूसरे को देना चाहें तो दिया जा सकता है. यदि कोई अध्यक्ष बनना चाहता है तो वो इसके चुनाव में अपनी उम्मीदवारी रखे.
दिग्विजय सिंह ने स्पष्ट कहा कि जो राहुल गांधी के विरुद्ध हैं, उन्हें खुलकर सामने आना चाहिए. हालाँकि, दिग्विजय सिंह ने इस बात का कोई उत्तर नहीं दिया कि चिट्ठी लिखने के पीछे पार्टी के नेताओं का क्या उद्देश्य रहा होगा. दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस कार्यकारिणी समिति (CWC) में सबकी बातें सुनी जाती हैं और चिट्ठी लिखने की जगह पार्टी के नेताओं को CWC के उपयुक्त मंच पर अपनी समस्या रखनी चाहिए थी.
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