भारत के कई राज्यों में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC) का जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. प्रदर्शन के बीच कई विवाद सुनने को मिले है. विरोध प्रदर्शन से जुड़ा ताजा मामला पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष का है. इन्होंने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शाहीन बाग प्रदर्शन में शामिल प्रदर्शनकारियों को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने पूछा है कि आखिर यहां कोई प्रदर्शनकारी मर क्यों नहीं रहा है?
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मंगलवार को दिलीप घोष ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछा कि शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों को कुछ क्यों नहीं हो रहा, जबकि वे दिल्ली की भीषण ठंड में खुले में प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'नोटबंदी के दौरान, कतारों में मरने वाले लोगों के बारे में बहुत कुछ कहा गया था। अब, जब महिलाएं बच्चों के साथ बैठती हैं, जहां तापमान 4-5 डिग्री सेल्सियस होता है, तो कोई भी मर नहीं रहा है। इन्होंने कौन-सा अमृत लिया है?
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि कुछ दिनों पहले ही दिलीप घोष ने एक रैली के दौरान अपने संबोधन में कहा था, ‘दो करोड़ बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठिए भारत में घुस गए, एक करोड़ पश्चिम बंगाल में और एक करोड़ देश के विभिन्न हिस्सों में हैं. हम उन्हें यहां रहने की इजाजत नहीं देंगे. यदि उनके नाम मतदाता सूची में है तो वह हटा दिया जाएगा. यह रैली नॉर्थ 24 परगना जिले में आयोजित की गई थी. उन्होंने कहा था कि 50 लाख मुस्लिम घुसपैठियों की पहचान कर ली जाएगी, जरूरत पड़ने पर उन्हें देश से बाहर खदेड़ दिया जाएगा. हालांकि, केंद्र सरकार की ओर से साफ कर दिया गया है कि अभी तक एनआरसी पर कोई काम शुरू नहीं किया गया है.
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