बॉलीवुड के मशहूर सुपरस्टार दिलीप कुमार के चले जाने से सभी को बहुत दुःख पहुंचा हैं। उन्होंने बुधवार की प्रातः मुंबई के हिंदुजा हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। दिलीप कुमार ने प्रत्येक दशक के लोगों को अपने अभिनय से प्रेरित किया है। उनका निराला अंदाज सभी के दिल में बसा हुआ है। दिलीप कुमार के जीवन के कई ऐसे किस्से जुड़े हैं जिसके बारे में बेहद ही कम लोग जानते है। दिलीप कुमार को एक बार अंग्रेजों के विरुद्ध भाषण देना भारी पड़ गया था जिसके कारण उन्हें जेल की हवा खानी पड़ी थी।
वही अपने जेल जाने के किस्से के बारे में दिलीप कुमार ने अपनी ऑटो बायोग्राफी द सब्सटांस एंड शेडो में कहा था। ये उस समय की बात है जब दिलीप कुमार को अपने पिता की सहायता करने के लिए पढ़ाई छोड़कर जॉब करनी पड़ी थी। परिवार के आर्थिक हालात ठीक ना होने के कारण दिलीप कुमार ने मिलिट्री कॉन्ट्रैक्टर क्लब में बतौर मैनेजर नौकरी करना आरम्भ कर दिया था।
अंग्रेजो के खिलाफ भाषण देना पड़ा भारी:-
ये स्वंत्रता से पहले की बात है जब दिलीप कुमार मिलिट्री कैंटिन में जॉब करते थे तो उनके सैंडविच सभी को बेहद पसंद आते थे। वह इसके लिए बहुत लोकप्रिय भी हो गए थे। भारत में अंग्रेजों के राज के चलते दिलीप कुमार ने एक दिन भाषण दे डाला था। जिसमें उन्होंने बोला था कि भारत की लड़ाई एकदम सही है। अग्रेंजी शासक गलत हैं। बस फिर क्या था। अंग्रेजों के विरोध में भाषण देने के कारण दिलीप कुमार को येरवाड़ा जेल भेज दिया गया था। उस वक़्त वहां कई सत्यग्राही भी जेल में बंद थे। दिलीप कुमार ने अपनी पुस्तक में बताया था कि उस वक़्त सत्याग्राहियों को गांधीवाले बोला जाता था। दूसरे कैदियों का समर्थन करते हुए उन्होंने भी भूख हड़ताल कर दी थी। अगले दिन दिलीप कुमार को जेल से छोड़ दिया गया था। उन्होंने कहा था कि अगले दिन प्रातः जब मेरे जान पहचान के एक मेजर आए तो मुझे जेल से छोड़ दिया गया था तथा तब से मैं भी गांधीवाला बन गया था।
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