नोटबंदी से अब बैंकिंग और फाइनेंस की बढ़ी डिमांड - करें डिप्लोमा और पाएं जॉब

नोटबंदी से अब  बैंकिंग और फाइनेंस की बढ़ी डिमांड - करें डिप्लोमा और पाएं जॉब
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आज के इस दौर में आप कम अवधि के कुछ छोटे छोटे कोर्स कर एक अच्छी पोजीशन पर जॉब प्राप्त कर सकते है. जैसा की पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस करके आप बैंकिंग और फाइनेंस की दुनिया में शानदार कॅरियर बना सकते हैं. आपने देखा ही होगा की आज हर गांव को बैंक से जोडऩे की पहल हो रही है.नोटबंदी से अब सारे लेनदेन कैशलेश हो रहे है. आगे भी इस क्षेत्र में विकास होगें. इस तरह बैंकिंग सेक्टर तेजी के साथ कदम बढ़ा रहा है.

योग्यता
बैंकिंग और फाइनेंस में पीजी डिप्लोमा करने के लिए छात्र को स्नातक में किसी भी विषय के तहत 50 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण होना चाहिए.

कोर्स का विवरण -
पीजी डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस का कोर्स फाइनेंस सेक्टर की पूरी समझ प्रदान करता है. पीजी डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस के तहत धन जमा करना, डिमांड ड्राफ्ट बनाना और अन्य बैंकिंग कार्यों को संभालना सिखाया जाता है. विभिन्न बैंकों के बीच में बैंकिंग कार्य, आसान खाता बही, कॉर्पोरेट क्रेडिट, परियोजना क्रेडिट, वित्तीय क्रेडिट और उपभोक्ता क्रेडिट आदि कार्यों को भी इसके तहत सिखाया जाता है.

कॅरियर और प्लेसमेंट
इस क्षेत्र में कॅरियर के बहुत से अवसर उपलब्ध हैं.कोर्स खत्म होने के बाद इंटरनेशनल बैंकिंग, फोरेक्स और ट्रेजरी, कॉर्पोरेट लोन्स, फाइनेंशियल रिसर्च से सम्बंधित संस्थानों में नौकरी के कई विकल्प खुल जाते हैं। कई अंतरराष्ट्रीय बैंक्स अलग-अलग स्किल्स के कैंडिडेट्स को अच्छी सैलेरी में प्लेसमेंट देते हैं.

भारत का बैंकिंग, फाइनेंशियल और इंश्योरेंस सेक्टर आने वाले दस वर्षों में 20 लाख लोगों को रोजगार देने जा रहा है और ऐसा करके भारत का बीएफएसआई सेक्टर वॉल्यूम एंड एम्प्लॉयमेंट में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सेक्टर बन जाएगा.

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