नईदिल्ली। वित्तीय वर्ष 2017-2018 की अप्रैल से नवंबर माह की अवधि में डायरेेक्ट टैक्स कलेक्शन में 14.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इस मामले में आयकर विभाग ने ट्वीट जारी करते हुए कहा कि, आंकड़ों से जानकारी मिली है कि, नवंबर माह तक लगभग 4.8 लाख करोड़ रूपए का कलेक्शन हुआ है। यह बीते वर्ष की तिमाही की तुलना में करीब 14.4 प्रतिशत अधिक हो गया है। हालांकि जीएसटी परिषद ने जीएसटी की दरें कई उत्पादों पर अधिक होने की बातें सामने आने के बाद, उन पर नई दरों से कर लगाया।
इन उत्पादों में करीब 200 वस्तुऐं शामिल की गई है। इन वस्तुओं में जहां चाॅकलेट, सौंदर्य प्रसाधन, व्रिस्ट वाॅच आदि शामिल हैं वहीं एसी और गैर एसी रेस्टोरेंट में भोजन करने की सीमा 5 प्रतिशत तय की गई है। इस मामले में जानकारी सामने आई है कि, अप्रैल व नवंबर माह की अवधि के दौरान ग्राॅस कलेक्शन एक वर्ष पूर्व की समान अवधि की, तुलना में 10.7 प्रतिशत से अधिक होकर करीब 5.82 लाख करोड़ रूपए ही रहा। यह भी कहा गया कि, उक्त अवधि में सरकार द्वारा लगभग 1.2 लाख करोड़ रूपए का रिफंड जारी किया गया।
जानकारी सामने आई है कि, जीएसटी की दर कम करने के बाद, सरकार ने शनिवार को इस बात का संकेत दिया कि, वह 28 प्रतिशत की स्लैब में विभिन्न वस्तुओं की समीक्षा भी कर सके। मिली जानकारी के अनुसार, जीएसटी परिषद ने पहले ही 28 प्रतिशत की स्लैब में वस्तुओं की संख्या घटाकर 50 कर दी है। पहले इस स्लैब में 228 उत्पाद थे। जीएसटी परिषद से कारोबारियों ने दरें कम करने की मांग की थी। जिसके बाद जीएसटी परिषद ने नई दरें कई उत्पादों पर लगाई थीं।
अब हिमाचल को भी मिलेगा जीएसटी छूट का लाभ