लखनऊ: राजनीती की राजधानी यूपी में कांग्रेस पार्टी में ऊपर से लेकर नीचे तक नेतृत्व को लेकर झड़प लगातार जारी है. नेतृत्व के केस को लेकर कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी से लेकर डिस्ट्रिक्ट कांग्रेस कार्यालय तक मतभेद तथा दो फाड़ के हालात बने हुए हैं. कांग्रेस की कलह कहीं खुल कर सामने आई, तो कहीं दबी जुबान से कुर्सी का मामला चर्चाओं में बना हुआ है. इस मध्य यूपी के लखीमपुर खीरी में गांधी परिवार से फरेब जैसे दोषों के लगाते हुए यूपीए गवर्मेंट में पूर्व सेंट्रल मिनिस्टर जितिन प्रसाद को पार्टी से बाहर करने के लिए खूब बवाल हुआ.
साथ ही जमीनी लेवल पर कांग्रेस पार्टी 2 गुटों में वितरित होती हुई दिखाई दे रही है. शीर्ष नेतृत्व को लेकर प्रश्न उठाने से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विलोबी मेमोरियल हाल प्रांगण में एकत्रित होकर खूब बवाल मचाया, तथा मुर्दाबाद के नारे लगाए. उसके पश्चात् ये लोग पार्टी कार्यालय तक इसी अंदाज में नारेबाजी करते दिखाई दिए. पूर्व सांसद जफर अली गुट के सपोटर्स ने उन्हें कांग्रेस पार्टी से निकालने की डिमांड की.
वहीं जिला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष जितिन प्रसाद को कांग्रेस से बाहर करने का प्रस्ताव तक पास कर दिया. जिला कांग्रेस समिति तथा शहर कांग्रेस समिति जितिन प्रसाद के विरुद्ध सख्त कार्रवाई चाहती है. यह कोई प्रथम अवसर नहीं है, जब शहर में जितिन प्रसाद के विरुद्ध विरोध की आवाज उठी हो, इससे पूर्व यहां के 2 गुटों में वर्चस्व की लड़ाई देखने को मिली है. वहीं कार्यकर्ताओं ने ये भी कहा कि जिस समय सोनिया गांधी हॉस्पिटल में एडमिट थीं. उस समय पार्टी अध्यक्ष पद को लेकर जिन 23 नेताओं ने गांधी-नेहरू परिवार पर तंज कसते हुए चिठ्ठी लिखी थी, उसमें पूर्व मिनिस्टर जितिन प्रसाद के भी हस्ताक्षर थे. वही अब राजनीती में हलचल काफी बढ़ गई है.
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