भारत की वायु सेना के शीर्ष कमांडरों की तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस हुई है. जिसमें चीन का मुकाबला करने के लिए वायुसेना की भूमिका पर चर्चा की गई. इसके अलावा ही वायुसेना को लद्दाख में तैनात करने पर भी बात हुई. इस समय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना की तारीफ करते हुए कहा कि हर वक्त अलर्ट मोड में रहना होगा. वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने अपने कमांडरों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना किसी भी प्रकार की विपत्ति का सामना करने के लिए तैयार है.
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बता दे कि कमांडर कांफ्रेंस के उद्घाटन सत्र को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संबोधित किया है. जिसमें उन्होने बताया कि कुछ सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भारतीय वायु सेना की भूमिका को राष्ट्र हमेसा याद रखेगा. कोविड-19 के लिए देश की प्रतिक्रिया के दौरान उनका कार्य काबिले तारीफ है. उन्होंने आगे कहा कि वायु सेना ने बहुत ही प्रोफेशल ढंग से बालाकोट में एयरस्ट्राइक की थी. ईस्टर्न लद्दाख में भी वायुसेना ने अपनी तैनाती करके कड़ा चीन को सख्त संदेश दिया है.
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इसके अलावा चाइना के साथ जारी तनातनी के मध्य भारत निरंतर अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ा रहा है. इसी कड़ी में लद्दाख में राफेल लड़ाकू विमानों को चीन के खिलाफ तैनात किया गया है। 29 जुलाई को फ्रांस से 5 राफेल विमानों की पहली खेप प्राप्त हुई है. वायु सेना ने अपने आधुनिक बेड़े के मिराज 2000, सुखोई-30, और मिग-29 लड़ाकू विमानों को पहले ही लद्दाख में अग्रिम बेस पर तैनात कर चुका है. जिससे सीमा क्षेत्र में भारतीय सेना की ताकत बढी है.
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