कानपुर। मोहर्रम के अवसर पर कानपुर में निकाले गए ताजिये जुलूस को लेकर विवाद हो गया। यह विवाद दो समुदायों के बीच हुआ था। विवाद बढ़ने पर इसने झड़प का रूप ले लिया। हालांकि तुरंत स्थिति को नियंत्रण में ले लिया गया। इस दौरान करीब 12 लोगों को पकड़ लिया गया। विवाद के बाद बड़े पैमाने पर सुरक्षा बल तैनात किया गया है। झड़प में दोनों ही पक्षों के लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए। विवाद इतना बढ़ गया कि, कुछ लोगों ने क्षेत्र में खड़े वाहनों को अपना निशाना बनाया और दो कारों, 4 मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया।
जब लोग बेकाबू होने लगे तो उपद्रवियों की ओर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और उपद्रवियों पर लाठीचार्ज किया। इससे प्रदर्शनकारी तितर - बितर हो गए। बवाल होने पर डीआईजी सोनिया सिंह मौके पर पहुॅंची, घटनास्थल पर आरएएफ की एक और पीएसी की एक कंपनी तैनात की गई है। हालात नियंत्रण में हैं और पुलिस की तैनाती क्षेत्र में अभी भी बरकरार है।
दूसरी ओर बलिया में शनिवार को, दो समुदायों के बीच विवाद होने की जानकारी सामने आई है विवाद इतना बढ़ गया कि क्षेत्र में आगजनी हो गई। आगजनी की इस घटना में प्रदर्शनकारियों ने एक दुकान और कुछ मोटरसाइकिलों को फूंक दिया। जब पुलिस को हिंसा भड़कने की जानकारी मिली तो प्रशासन सक्रिय हो गया।
बलिया के सिकंदरपुर में लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए। जब विवाद के कारण को तलाशा गया तो यह बात सामने आई कि, बलिया के सिकंदरपुर में कुछ बच्चों के बीच कहा - सुनी हो गई थी और उनके माता - पिता के बीच विवाद हो गया था। विवाद से सामुदायिक संघर्ष का रूप ले लिया।
कानपुर में मोहर्रम जुलूस के दौरान पथराव और आगजनी
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