मुंबई: महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के पश्चात् से एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) एवं उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) अपनी ताकत दिखाने में जुटे हैं। असली शिवसेना कौन है? चुनाव आयोग के सामने लंबित इस मामले पर अभी निर्णय होना शेष है। इससे पहले महाराष्ट्र मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दशहरा उत्सव पर अपना दमखम दिखाने की कोशिश की, जिसमें उद्धव ठाकरे के बड़े भाई जयदेव ठाकरे (Jaidev Thackeray), उनकी पत्नी एवं बेटे ने भी मंच साझा किया।
प्राप्त एक रिपोर्ट के अनुसार, उद्धव ठाकरे के भाई जयदेव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे की खूब प्रशंसा की है। और कहा कि वो गरीबों, किसानों एवं दलित वर्ग के लिए अच्छा काम कर रहे हैं। दरअसल, महाराष्ट्र में बुधवार को विजयादशमी के अवसर पर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने दादर के शिवाजी पार्क एवं सीएम एकनाथ शिंद ने बीकेसी मैदान में रैली का आयोजन किया। रैली के माध्यम से दोनों गुट ने अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की। जयदेव ठाकरे ने कहा कि एकनाथ शिंदे हमेशा से मेरे पसंदीदा रहे हैं। अब वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं एवं उनको सम्मान के साथ एकनाथ राव कहना पड़ रहा है। जयदेव ठाकरे ने वंचित, दलित एवं किसानों के हित में अच्छा काम करने के लिए एकनाथ शिंदे की खूब प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि ‘किसान सबसे मेहनती लोग हैं। किन्तु किसानों को किसान कहकर तंग किया जाता है। उनको किसान ना कहकर राबकारी बोला जाना चाहिए। एकनाथ शिंदे भी उन्हीं लोगों में से हैं, जोकि अपनों के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह बिना किसी शर्त के एकनाथ शिंदे का समर्थन करते हैं।’ जयदेव ठाकरे ने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि ‘एकनाथ शिंदे को कभी अकेला नहीं छोड़ें, उनका समर्थन करते रहें। सभी को एकनाथ शिंदे के साथ पीछे मजबूती से खड़ा रहना चाहिए। इससे वह और अच्छा काम कर सकेंगे। उन्होंने महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार को भंग करने तथा शिंदेशाही सरकार को लाने की अपील भी की।’ रैली में जयदेव ठाकरे की पत्नी स्मिता ठाकरे एवं उनका बेटा निहार भी स्टेज पर उपस्थित रहे। बाला साहब ठाकरे के बेटे जयदेव ठाकरे ने अपने छोटे भाई उद्धव ठाकरे के साथ असहज संबंधों को भी साझा किया। जयदेव ठाकरे ने यह भी बोला कि ‘कुछ दिनों पहले मुझे कॉल रिसीव हुईं तथा पूछा गया कि आप एकनाथ शिंदे ग्रुप ज्वाइन कर रहे हैं। मैं बोलना चाहता हूं कि मैं किसी ग्रुप को ज्वाइन नहीं कर रहा हूं। मैं केवल यहां इसलिए आया हूं कि मेरे 4-5 मुद्दे हैं, जिनको चाहता हूं कि एकनाथ शिंदे उनको अमल में लाएं।’ दूसरी तरफ आनंद दिघे की बहन अरूणा गडकरी भी मंच पर पहुंची थीं। उन्होंने ‘दिवंगत आनंद दिघे की उस बात को भी दोहराया कि उन्होंने कभी कहा था कि ठाणे से एक दिन महाराष्ट्र का सीएम बनेगा।’
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