कोलकाता: ओडिशा के बालासोर में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे के बाद पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने पीड़ितों को आर्थिक मदद देने की घोषणा की है. ममता सरकार द्वारा पीड़ितों को आर्थिक मदद के साथ नौकरी देने का भी वादा किया गया है. इसके साथ ही तृणमूल कांग्रेस (TMC) द्वारा भी पीड़ितों को दो लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया गया है, मगर आज मंगलवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें पीड़ितों के हाथों में 2000 रुपये के नोटों का बंडल हैं.
মমতা বন্দ্যোপাধ্যায়ের নির্দেশে তৃণমূল দলের পক্ষ থেকে নিহতদের পরিবারকে 2 লক্ষ টাকার আর্থিক সাহায্য করছেন রাজ্যের একজন মন্ত্রী। সাধুবাদ জানাই। কিন্তু এপ্রসঙ্গে এই প্রশ্নটাও রাখছি, একসাথে 2000 টাকার নোটে 2 লক্ষ টাকার বান্ডিলের উৎস কি? pic.twitter.com/TlisMituGG
— Dr. Sukanta Majumdar (@DrSukantaBJP) June 6, 2023
सुकांत मजूमदार ने पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने की TMC की पहल की तारीफ तो की है, मगर इसके साथ ही यह सवाल किया है कि क्या इसके जरिए TMC अपने काले धन को सफेद नहीं कर रही है. सुकांत मजूमदार ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि, 'ममता बनर्जी के निर्देश पर बंगाल के एक मंत्री TMC पार्टी की तरफ से पीड़ित परिवारों को 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दे रहे हैं. मैं आपकी सराहना करता हूं, मगर इस संदर्भ में मैं यह सवाल भी रख रहा हूं कि 2000 रुपये के नोटों में 2000 रुपये के बंडल का स्रोत क्या है?
उन्होंने लिखा कि, “बैंकों के जरिए नोट बदलने की प्रक्रिया चल रही है. 2000 रुपए के नोट देने से पीड़ितों की समस्या बढ़ गयी है. दूसरा, क्या यह काले धन को सफेद करने का TMC का तरीका तो नहीं है?' उन्होंने कहा कि बालासोर ट्रेन हादसे के बाद जब मैं उस रात अस्पताल पहुंचा, तो मैंने कुछ लोगों से सवाल किया कि कहां जा रहे थे, उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों में उपचार कराने और दूसरे राज्यों में काम करने के लिए जा रहे थे. उन्होंने ममता बनर्जी से सवाल किया कि क्या यही एगिए बांग्ला है.
ममता, खड़गे, जयराम रमेश..! आखिर ओडिशा ट्रेन हादसे की CBI जांच का विरोध क्यों कर रहे विपक्षी नेता ?