नई दिल्ली : राजधानी की हवा में प्रदूषण लगातार बढ़ता चला जा रहा है। वहीँ बीते रविवार की शाम को बूंदाबांदी के दौरान प्रदूषण बहुत अधिक देखने को मिला। शाम के समय जब बारिश शुरू हुई तो दोपहिया चालक सड़क पर फिसलने लगे। इस दौरान ज्यादातर लोगों को यही लगा कि बारिश के साथ तैलीय पदार्थ बरस रहा है। उसके बाद लोगों ने दमकल विभाग को कॉल करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते रात 8 बजे तक सड़क पर तैलीय पदार्थ गिरने की 59 कॉल लग गई। कॉल मिलने के बाद दमकल विभाग ने फोन करने वालों द्वारा बताए गए स्थान पर पानी डालकर वहां से फिसलने वाले पदार्थ को बहाया।
इस बारे में दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि, 'हवा की रफ्तार बेहद धीमी होने की वजह से पहले से ही राजधानी में प्रदूषण की हालत बेहद खराब थी। दीपावली पर जले पटाखों के कारण हालात और खराब हो गए।' इसी के साथ उन्होंने कहा, 'हवा में धूल के कणों के साथ गाड़ियों से निकलने वाला धुआं भी शामिल हो गया था। धुएं और धूल के कणों का मिश्रण जब हल्की बारिश के साथ सड़क पर नीचे गिरा तो चिपचिपे पदार्थ का रूप ले लिया। बारिश तेज होती तो शायद ऐसे हालात न होते, चिपचिपा पदार्थ पानी के साथ नालियों में बह जाता।'
उन्होंने कहा, 'शाम 4।15 बजे जब बारिश शुरू हुई तो राजधानी के कई इलाकों में ऐसा ही फिसलने वाला पदार्थ सड़कों पर आ गया। बाइक व स्कूटी सवार हल्के से ब्रेक लगाते ही सड़क पर गिरने लगे। उनको लगा कि सड़क पर मोबिल ऑयल गिर गया है।' इस मामले में दमकल विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 'दिल्ली में इस तरह की कॉल्स पहली बार आई हैं।'
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