नई दिल्ली : अचल कुमार ज्योति ने गुरुवार को देश के नए मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) बन गए. उन्होंने इस अहम पद की शपथ ली. पूर्व सीईसी नसीम जैदी ने उन्हें प्रभार सौंपा. ज्योति का कार्यकाल करीब 6 माह का रहेगा.
बता दें कि 1975 में 22 वर्ष की उम्र में गुजरात काडर के आईएएस बने थे .ज्योति 1999 में कांडला पोर्ट ट्रस्ट के चेयरमैन भी रहे. यही नहीं 2004 में उन्हें सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया गया था. गुजरात में राजस्व , उद्योग और जल वितरण विभाग में सचिव भी रहे.ज्योति मोदी के सीएम रहते गुजरात के मुख्य सचिव बनाए गए थे. इस पद पर रहते हुए वे 2013 में सेवा निवृत्त हुए थे.
उल्लेखनीय है कि नियमानुसार कोई भी व्यक्ति सीईसी के पद पर 65 वर्ष की आयु तक या छह साल तक (जो पहले पूरा हो) रह सकता है. ज्योति अगले वर्ष 23 जनवरी को 65 साल के हो जाएंगे. यानी उनका कार्यकाल करीब 6 महीने ही रहेगा.बता दें कि 1950 से लेकर अब तक देश में 20 सीईसी नियुक्त हो चुके हैं. इस पद पर सबसे कम समय तक देश की पहली और इकलौती महिला सीईसी वीएस रमादेवी रहीं. वो 26 नवंबर 1990 से 11 दिसंबर 1990 यानी सिर्फ 16 दिन सीईसी रहीं. टीएन शेषन ने उन्हीं से सीईसी का प्रभार लिया था.
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