गोरखपुर : बाबा राघव दास (BRD) मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में बड़ी संख्या में हुई मौत के मामले में गोरखपुर डीएम ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. इसमें डीएम राजीव रौतेला ने ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली फर्म पुष्पा सेल्स के साथ ही मेडिकल कॉलेज के निलंबित प्रिंसिपल आर.के. मिश्रा और एनेस्थीसिया विभाग के डॉक्टर सतीश को भी इस त्रासदी का कारण माना गया है.
जबकि दूसरी ओर इस मामले की न्यायिक जांच और मृतकों के परिजनों को मुआवजे देने की मांग वाली जनहित याचिका अधिवक्ता सुनीता शर्मा व समाजसेवी कमलेश सिंह ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में दायर की है. इस याचिका की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश डी.बी.भोसले तथा न्यायमूर्ति एम.के.गुप्ता की खंडपीठ करेगी.18 अगस्त को सुनवाई शुरू होने की बात कही जा रही है.
गौरतलब है कि 7 अगस्त को हुई इन मौतों के बाद से ही जिला प्रशासन, अस्पताल और प्रदेश सरकार के बयानों में मतभिन्नता पाई गई है. सरकार इन मौतों का कारण इंसेफलाइटिस को मान रही हैं. लेकिन ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई मौतों से मुकर रही है. स्मरण रहे कि इंसेफलाइटिस एक दिमागी बुखार है जो एक वायरल इन्फेक्शन है.
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