गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई सलाहें दी जाती हैं। क्या करें और क्या न करें, क्या खाएं और क्या न खाएं, आदि। विशेष रूप से, नमक और चीनी का सेवन सीमित करने के लिए अक्सर कहा जाता है। यह सही है कि गर्भावस्था में ज्यादा नमक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। आइए, जानते हैं गर्भावस्था में नमक के सेवन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें।
प्रेग्नेंसी में नमक की मात्रा
गर्भवती महिलाओं को अपने आहार में नमक का सेवन सीमित करना चाहिए। आमतौर पर, गर्भावस्था के दौरान रोज़ाना लगभग 3.8 ग्राम नमक खाना चाहिए। इससे ज्यादा यानी 5.8 ग्राम से अधिक नमक का सेवन स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा कर सकता है।
नमक का महत्व
हालांकि, नमक का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह हमारे आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। नमक में सोडियम होता है, जो शरीर के लिए आवश्यक है। प्रेग्नेंसी के दौरान, भ्रूण के विकास के लिए भी नमक जरूरी है। विशेष रूप से, आयोडीन की उपस्थिति नवजात शिशु के नर्वस सिस्टम और ब्रेन के विकास के लिए आवश्यक होती है।
नमक के अत्यधिक सेवन के नुकसान
अगर गर्भवती महिलाएँ ज्यादा नमक का सेवन करती हैं, तो इससे कई समस्याएँ हो सकती हैं। अधिक नमक खाने से प्रीक्लेम्पसिया, गर्भपात, और गर्भावस्था में जटिलताओं का जोखिम बढ़ सकता है। नमक शरीर में पानी को बनाए रखता है, जिससे उच्च रक्तचाप (हाई बीपी) और सूजन जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
प्रीक्लेम्पसिया के कारण समय से पहले प्रसव, कम वजन का जन्म और शिशु को सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। इसलिए यह जरूरी है कि गर्भवती महिलाएँ नमक का सेवन संतुलित रखें।
सुरक्षित नमक सेवन के सुझाव
1. नमक की मात्रा सीमित करें: NHS की सलाह के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को अपने नमक का सेवन प्रतिदिन 6 ग्राम तक सीमित रखना चाहिए।
2. पैक्ड फूड का सेवन कम करें: सोया सॉस, मेयोनेज़ और अन्य टेबल सॉस का उपयोग सीमित करें।
3. खाना बनाते समय नमक का उपयोग कम करें: खाने में नमक डालने से बचें। घर पर खाना बनाना अधिक सुरक्षित है क्योंकि आप सामग्री को अच्छे से नियंत्रित कर सकते हैं।
4. प्राकृतिक स्वाद बढ़ाने वाले मसालों का प्रयोग करें: खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए अदरक, लहसुन, नींबू या अन्य मसालों का उपयोग करें। गर्भावस्था में नमक का सेवन बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन इसे संतुलित मात्रा में रखना चाहिए। सीमित नमक सेवन से गर्भवती महिलाओं और उनके भ्रूण दोनों के स्वास्थ्य को लाभ होता है। इसीलिए, गर्भवती महिलाएँ हमेशा अपने आहार में नमक की सही मात्रा का ध्यान रखें और स्वस्थ रहने के लिए उचित उपाय अपनाएँ।
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