मलमास या अधिकमास अमावस्या 3 वर्षों में एक बार आती है, जिस वजह से इसकी खास अहमियत होती है. इस बार 16 अगस्त को मलमास अमावस्या है. इस दिन कुछ कामों को करना बहुत ही अशुभ माना जाता है. मलमास अमावस्या पर पितृ पूजन का महत्व है. मान्यता है कि अमावस्या के दिन वातावरण में नकारात्मक शक्तियों का वर्चस्व बढ़ जाता है. इसलिए इस दिन कुछ कामों को करने की मनाही होती है. आइये बताते हैं 16 अगस्त को मलमास अमावस्या पर किन कामों को न करें.
देर तक न सोएं:
शास्त्रों में ब्रह्म मुहूर्त में जागने की बात कही हो. मगर कई लोग देर तक सोए रहते हैं. आप भले ही प्रतिदिन जिस वक़्त में भी उठते हों. मगर विशेष तौर पर अमावस्या के दिन बिस्तर जल्दी छोड़ देना चाहिए. इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और सूर्य देव को अर्घ्य दें. साथ ही अमावस्या पर पितरों के निमित्त तर्पण एवं दान भी करें.
तामसिक भोजन न करें:-
अमावस्या के दिन तामसिक भोजन जैसे मांसाहार भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए. साथ ही इस दिन नशीले पदार्थों से भी दूरी बनाएं.
झाड़ू न खरीदें:
कभी भी अमावस्या के दिन झाड़ू की खरीदारी न करें. अमावस्या के दिन खरीदे गए झाड़ू से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं तथा ऐसे घर पर वास नहीं करतीं.
शारीरिक संबंध न बनाएं:
अमावस्या के दिन पति-पत्नी को संबंध नहीं बनाना चाहिए. मान्यता है कि, अमावस्या के दिन संबंध बनाने से उत्पन्न होने वाली संतान का जीवन सुख नहीं होता है.
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