देवी देवताओं की पूजन का उल्लेख ज्योतिष शास्त्र में मिलता है। ज्योतिषीय सलाह से यदि देवी देवताओं की पूजन की जाये तो फल उत्तम और शुभ मिलता है। हालांकि देवी देवताओं की पूजन में किसी को रोक-टोक नहीं लगाई जा सकती है, लेकिन अपनी जन्म पत्री दिखाकर उचित सलाह ले ली जाये तो निश्चित ही जीवन सफल हो सकता है क्योंकि देवी या देवता का आशीर्वाद जो मिलने लगेगा।
आईए जानते है देव पूजा संबंधी महत्वपूर्ण बातों को-
-सूर्य, गणेश, दुर्गा, शिव और विष्णु को पंच देव कहा गया है। इनकी पूजा सभी कार्यों मंें करना चाहिये।
-कल्याण चाहने वाले गृहस्थ लोगों को एक ही मूर्ति की पूजन नहीं करना चाहिये, अनेक देव मूर्तियों की पूजन करने से मनोकामना पूरी होती है।
-घर में दो शिवलिंग, तीन गणेश, दो सूर्य, तीन दुर्गा मूर्ति और दो शालग्राम होने से घर में अशांति का वातावरण बना रहता है।
-शालाग्राम की प्राण प्रतिष्ठा कभी न करें।
-घर में चल प्रतिष्ठा और मंदिर में अचल प्रतिष्ठा करनी चाहिये।
-स्नान करने के बाद ही तुलसी या बिल्व पत्र तोड़ना चाहिये।
-देवताओं को स्नान कराने के बाद हमेशा किसी शुद्ध वस्त्र से ही साफ करें, अन्यथा देवता अप्रसन्न भी हो सकते है।
गणेशजी की प्रतिमा से आती है सुख और शांति
खास पत्तो से करे गणेशजी की पूजा