हिन्दू धर्म में पूर्णिमा तिथि के दिन स्नान-दान के कार्यों की बड़ी अहमियत है। पंचांग के मुताबिक, इस बार माघ महीने की पूर्णिमा तिथि 24 फरवरी को पड़ रही है। इस दिन पितरों की विधिवत उपासना से जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. ऐसा कहा जाता हैं कि इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. किन्तु इस दिन 5 गलतियां बिल्कुल नहीं करनी चाहिए.
तामसिक भोजन
माघ पूर्णिमा के दिन लहसुन, प्याज या तामसिक भोजन का सेवन बिल्कुल न करें. इस दिन मांस-मछली या मदिरा-पान का सेवन भी वर्जित माना गया है.
काले वस्त्र
माघ पूर्णिमा के दिन काले वस्त्र पहनने से बचें. ज्योतिषविदों के अनुसार, पूर्णिमा पर काले वस्त्र पहनने से नकरात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है.
बाल नाखून न काटे
पूर्णिमा तिथि पर बाल या नाखून काटने से बचें. इस दिन दाढ़ी भी न बनवाएं. कहा जाता हैं कि पूर्णिमा पर ये काम करने से पितृ नाराज हो जाते हैं.
क्रोध
माघ पूर्णिमा पर क्रोध में आकर वृद्ध, महिला या बच्चों को अपशब्द न कहें. इस दिन दिन किसी का अपमान करने से मनुष्य के सुकर्म नष्ट हो जाते हैं.
देर तक सोना
माघ पूर्णिमा के दिन सुबह देर तक न सोते रहें. इस दिन सूर्योदय के साथ ही स्नान कर लें तथा अपने पितरों को याद करते हुए उनका तर्पण करें.
उपाय
माघ पूर्णिमा पर स्नानादि के पश्चात् प्रभु श्री विष्णु एवं मां लक्ष्मी का दूध व गंगाजल से अभिषेक करें. फिर श्रीसूक्त या फिर कनकधारा स्त्रोत का पाठ करें.
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