सावन में महादेव के लिए भोग बनाते समय न करें ये गलतियां

सावन में महादेव के लिए भोग बनाते समय न करें ये गलतियां
Share:

सावन के महीने में भगवान शिव के भक्तों में उत्साह चरम पर होता है। हर जगह 'बम बम भोले' के जयकारे गूंजते हैं, साथ ही भक्ति भजन और प्रार्थनाओं की ध्वनि भी गूंजती है। इस पवित्र महीने में भगवान शिव के भक्त उनका आशीर्वाद पाने के लिए उपवास और प्रार्थना जैसे कठोर अनुष्ठान करते हैं। इसके अलावा, वे भगवान शिव को प्रिय विशेष प्रसाद (भोग) तैयार करते हैं। सावन के व्रत के दौरान भोग तैयार करते समय, प्रसाद की पवित्रता और शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए कुछ गलतियों से बचना बहुत ज़रूरी है। यहाँ कुछ मुख्य गलतियाँ बताई गई हैं जिनसे बचना चाहिए:

लहसुन और प्याज़ से परहेज़:
सावन के व्रत का सबसे महत्वपूर्ण नियम यह है कि भगवान शिव का प्रसाद तैयार करने के लिए केवल सात्विक (शुद्ध) और अदूषित सामग्री का ही उपयोग किया जाना चाहिए। लहसुन और प्याज़ को तामसिक (अशुद्ध) खाद्य पदार्थ माना जाता है और इसलिए भोग तैयार करते समय इनका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

मांस या मछली न खाएँ:
भगवान शिव के लिए प्रसाद तैयार करते समय घर में मांस या मछली पकाना सख्त वर्जित है। लहसुन और प्याज की तरह, इन चीजों को तामसिक माना जाता है और ये प्रसाद के लिए उपयुक्त नहीं हैं। 

नमक सीमित करें: 
भगवान शिव को समर्पित व्रत के दौरान नमक का सेवन नहीं किया जाता है। इसलिए, भोग तैयार करते समय, नमकीन सामग्री का उपयोग करने से भी बचना चाहिए। इसके बजाय, साबूदाना (साबूदाना) या सूजी (सूजी) की खीर, हलवा, या घर की बनी मिठाइयाँ जैसे व्यंजन तैयार किए जा सकते हैं। 

बासी भोजन से बचें: 
भगवान शिव को बासी या बचा हुआ भोजन चढ़ाना बहुत अशुभ माना जाता है। प्रसाद के रूप में हमेशा ताज़ा बना हुआ भोजन पसंद किया जाता है।

किण्वित खाद्य पदार्थ नहीं: 
भगवान शिव को चढ़ाने के लिए किसी भी प्रकार का किण्वित भोजन भी अनुपयुक्त है। किण्वित खाद्य पदार्थ खमीर से जुड़ी एक प्रक्रिया से गुजरते हैं, जो उनके स्वाद को थोड़ा खट्टा कर देता है। भगवान शिव के प्रसाद में आमतौर पर मीठा प्रसाद शामिल होता है, इसलिए किण्वित खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।

इन दिशा-निर्देशों का पालन करके, भक्त यह सुनिश्चित करते हैं कि सावन के व्रत के दौरान भगवान शिव को उनके द्वारा चढ़ाया जाने वाला प्रसाद शुद्ध, बेदाग और पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार हो। यह अनुष्ठान न केवल श्रद्धा प्रदर्शित करता है बल्कि भगवान शिव के प्रति भक्तों की आध्यात्मिक शुद्धता और भक्ति को भी दर्शाता है।

आज जरूर अपना लें ये उपाय, ख़त्म हो जाएगी सारी समस्याएं

अमीर बनना है तो अपनाएं ये उपाय, कभी खाली नहीं होगी आपकी जेब

सावन में जरूर लगाएं महादेव के ये पसंदीदा फूल, बरसेगी महादेव की कृपा

Share:

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -