घर की इस दिशा में भूलकर भी न लगाएं तुलसी का पौधा, वरना भुगतना पड़ेगा भारी अंजाम

घर की इस दिशा में भूलकर भी न लगाएं तुलसी का पौधा, वरना भुगतना पड़ेगा भारी अंजाम
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तुलसी का पौधा प्रभु श्री विष्णु को काफी ज्यादा प्रिय बताया गया है. वास्तु शास्त्र के मुताबिक, तुलसी के पौधे को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए. वास्तु के मुताबिक, इस दिशा में पितरों का वास बताया जाता है. ऐसे में तुलसी यहां लगाने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं. परम्परा है कि यदि आप घर की दक्षिण दिशा में तुलसी का पौधा लगा देते हैं तो आर्थिक हालत बिगड़ जाती है. 

ऐसा भी कहा जाता है कि इस दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से परिवार के लोगों के आपसी संबंध भी बिगड़ जाते हैं.  दक्षिण दिशा के अतिरिक्त यदि आप चाहें तो तुलसी के पौधे को घर के मुख्‍य द्वार पर भी लगा सकते हैं. किसी कारण घर के मेन गेट पर हवा, पानी और धूप नहीं आती तो तुलसी के पौधे को बालकनी में लगा दें. इससे पौधा सूखेगा नहीं. हालांकि, बालकनी में भी तुलसी पौधा लगाते हुए यह ध्यान रखें कि दिशा या उत्तर होनी चाहिए या फिर पूर्व. परम्परा है कि इन दोनों दिशाओं में देवताओं का वास होता है, इसलिए तुलसी का पौधा लगाना लगाना शुभ माना जाता है.

तुलसी के गुण:-
तुलसी या ओसीमम सन्ति के नाम से भी जानी जाती है, भारतीय गृहस्थी में इसे धार्मिक और औषधीय महत्त्व के कारण पूजनीय माना जाता है। इसे पूजा का अवधान बताने वाली ग्रंथों में भी वर्णित किया गया है। तुलसी में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो निम्नलिखित हैं:

1. प्राकृतिक रोगनाशक:-
तुलसी में पाये जाने वाले केमिकल औषधीय गुण रोगनाशक होते हैं जो विभिन्न रोगों के इलाज में सहायक हो सकते हैं। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए और विटामिन जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं। तुलसी के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण होते हैं जो विभिन्न संक्रामक रोगों से लड़ने में सहायता करते हैं।

2. शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी:-
तुलसी में पाए जाने वाले गुण शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभकारी होते हैं। इसका नियमित सेवन पाचन तंत्र को सुधारने, आंतों को शांत करने, पेट संबंधी समस्याओं को कम करने और गैस तथा एसिडिटी को दूर करने में मदद कर सकता है। यह मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाने, तनाव को कम करने और नींद में सुधार लाने में भी मदद करता है। तुलसी का ताजगी और मनोहारी स्वाद अवश्यक वस्त्रिय तत्वों को शरीर में बढ़ावा देता है और उसे तंदुरुस्त और पुष्ट रखता है।

3. मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद:-
तुलसी का नियमित सेवन मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में भी मदद कर सकता है। इसके धूम्रपान करने से संबंधित गुण शांतिप्रिय होते हैं, जो तनाव और चिंता को कम करके मन को शांत करते हैं। इसके नियमित सेवन से उच्च रक्तचाप, अवसाद और चिंता से छुटकारा पाया जा सकता है।

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