सोमवती अमावस्या 2 सितंबर को मनाई जा रही है, जिसे पिठोरी अमावस्या और भाद्रपद अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व होता है, लेकिन जब अमावस्या का दिन सोमवार को पड़ता है, तो इसे "सोमवती अमावस्या" के नाम से जाना जाता है और इसका धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है। इस दिन को विशेष रूप से पवित्र माना जाता है, और इस दिन पितरों के तर्पण, स्नान-दान, और अन्य धार्मिक कार्य करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
सोमवती अमावस्या का धार्मिक महत्व
सोमवती अमावस्या का दिन पितरों की शांति और उनकी आत्मा की उन्नति के लिए समर्पित होता है। इस दिन किए गए तर्पण, श्राद्ध, और दान के कार्य पितरों को प्रसन्न करते हैं और उनके आशीर्वाद से परिवार में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। इसके अलावा, इस दिन किए गए व्रत और पूजा से घर की दरिद्रता दूर होती है, और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
विशेष उपाय और उनका महत्व
1. पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाना
सोमवती अमावस्या की शाम को पीपल के वृक्ष के नीचे चौमुखी घी का दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना जाता है। पीपल का वृक्ष धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और इसे भगवान विष्णु का प्रतीक माना जाता है। इस उपाय से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही, भगवान विष्णु की उपासना भी करनी चाहिए जिससे उनकी कृपा प्राप्त हो सके।
2. दरिद्रता से मुक्ति के लिए तुलसी की परिक्रमा
यदि आप आर्थिक समस्याओं से परेशान हैं, तो सोमवती अमावस्या की शाम को तुलसी के पौधे की 108 बार परिक्रमा करें। तुलसी का पौधा देवी लक्ष्मी का प्रतीक है, और इस उपाय से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर की दरिद्रता दूर होती है। परिक्रमा करते समय मन में विष्णु मंत्र या देवी लक्ष्मी के मंत्र का जाप करना चाहिए, जिससे इस उपाय का प्रभाव बढ़ जाता है।
3. आर्थिक समृद्धि के लिए नदी में दीप और फूल प्रवाहित करना
आर्थिक समृद्धि के लिए सोमवती अमावस्या की शाम 5 लाल फूल और 5 जलते हुए दीए नदी के पानी में प्रवाहित करें। यह उपाय धन-संपत्ति की प्राप्ति के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। ऐसा करने से आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, और देवी लक्ष्मी की कृपा से धन-संपत्ति की वृद्धि होती है।
4. ईशान कोण में दीपक जलाना
घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है। ईशान कोण वास्तु शास्त्र में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है, और इस दिशा में दीपक जलाने से सभी नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
सोमवती अमावस्या का दिन अत्यंत शुभ होता है और इस दिन किए गए उपाय से जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि आती है। पितरों के तर्पण और भगवान विष्णु की उपासना से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और सभी कष्टों का निवारण होता है। अतः इस पवित्र दिन का पूरा लाभ उठाने के लिए इन उपायों को अवश्य करें।
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